कीक्ली रिपोर्टर, 27 मार्च, 2016, शिमला
योग द्वारा तन की स्वस्थता व मन की पवित्रता प्राप्त होती है। योग से मनुष्य जीवन पर्यन्त स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकता है। ये विचार आज मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ्य) नंद लाल ने इंदिरा गांधी खेल परिसर में हिमाचल प्रदेश राज्य योग संगठन द्वारा आयोजित एक दिवसीय ओपन योगा चैम्पियनशिप के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किये।
नंद लाल ने कहा कि भारत वर्ष योग के कारण आज पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। वर्तमान समय में कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्यायें उत्पन्न हो रही हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रमाणित हो चुका है कि योग के माध्यम से कई प्रकार के शारीरिक व मानसिक रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि योग अपनाने वाले छात्र शारीरिक तौर पर न केवल स्वस्थ होते हैं अपितु विवेकशील भी होते हैं। उन्होंने कहा कि योग को स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव ने योग प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छात्रों को सम्मानित किया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश राज्य योग संगठन को इस आयोजन के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से बीस हजार रूपए की राशि प्रदान की।
इससे पूर्व प्रधान सचिव, श्रम व रोजगार, उद्योग, खाद्य आपूर्ति, आर.डी.धीमान ने आज प्रातः योगा चैंपियनशिप के शुभारम्भ समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि योग तन, मन की शुद्धि ही नहीं करता बल्कि स्वस्थ जीवन जीने का एक मुख्य साधन हैं। उन्होंने कहा कि भौतिकवाद के दौर में योग का महत्व मानव जीवन में और अधिक बढ़ गया है। अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश राज्य योगा संगठन टी.सी.जनारथा ने कहा कि पिछले 18 वर्षो से यह संगठन योग के प्रचार व प्रसार के लिए अपनी सेवाएं दे रहा है । उन्होंने कहा कि इस संगठन के छात्रों ने गत वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में सात पुरस्कार प्राप्त कर हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है।
हिमाचल प्रदेश राज्य ओपन योग प्रतियोगिता में प्रदेश के छः जिलों के 200 छात्र व छात्राओं ने भाग लिया। शहीद भगत सिंह मैमोरियल स्कूल जुब्बल की छात्राओं ने मनोहर संगीतमय योग प्रस्तुति दीं । इस अवसर पर योगा संगठन के चीफ टैक्नीकल कमेटी एंड पैटर्न डा. रीटा भल्ला, वरिष्ठ उप प्रधान रमेश कुमार, पंकज डढवाल, सचिव आर.के.भल्ला, प्रेस सचिव अनुराग पराशर, अन्य पदाधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे।