कीक्ली रिपोर्टर, 26 जनवरी, 2016, शिमला
भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश, गेयटी ड्रॅामेटिक सोसायटी, शिमला द्वारा विद्यालयों में दो माह के शीतकालीन अवकाश के दौरान अवकाश के समय का बच्चों द्वारा सदुपयोग कर उन में सृजनात्मकता व कला के प्रति रूचि जगाने के उदेश्य से बाल अभिरूचि चित्रकला कार्यशाला/कक्षाओं का आयोजन गत् 15 दिसम्बर, 2015 से दो माह के लिए किया गया है।
शीतकालीन अभिरूचि कक्षाओं के प्रतिभागी बाल कलाकारों द्वारा दिनेश अत्री के प्रशिक्षण में चित्रकला द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपनी मातृभूमि के प्रति देश भक्ति/देश प्रेम की भावनाओं को कला के माध्यम से व्यक्त किया। गेयटी परिसर के एम्फीथियेटर में चित्रित बच्चों ने भारत के सम्मान, शान, में 5 मीटर का भारतीय तिरंगा बनाया और तिरंगे में कबूतरों को रंगकर दुनिया में शांति और अमन का संदेश दिया। इसी अवसर पर एक ही चित्र में संसार के 7 अजूबो में सम्मिलित भारत की ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल, कुतुब मीनार, इण्डिया गेट, मन्दिर तथा कोमल के फूल को तिरंगे में चित्रित करके भारतीय संस्कृति को संगठित करने का प्रयास किया गया।
इसी अवसर पर एक अन्य चित्र में पर्यावरण को बचाने का संदेश देते हुए तिरंगों के रंगों से एक वृक्ष बनाकर एक पेड़ की तरह पूरे देश को संगठित और एकजूट बनाना तथा इसी माध्यम से पेड़ बचाओं, पेड़ लगाओं का संदेश भी दिया गया। इस कार्यक्रम में दिनेश, शीतल भारती, देवेन्द्र, यशोधरा, आरती आदि ने अपना सहयोग दिया।