राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 11 अगस्त, 2017, शिमला
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला क्यार कोटी की एनएसएस इकाई द्वारा स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सर्व प्रथम विद्यालय की प्रधानाचार्या सुकेश शर्मा व एनएसएस प्रभारी परमजीत सिंह की अध्यक्षता में स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। इसमें स्कूल के 180 विद्यार्थियों समेत सभी शिक्षकों ने भी भाग लिया। तत्पश्चात स्कूल प्रांगण व क्यार कोटी गांव में स्वच्छता अभियान चलाया गया। विद्यार्थियों व शिक्षकों ने स्कूल प्रांगण व गांव की सड़कों तथा गलियों की सफाई की और गांव-वासियों को गांव में गंदगी न फैलाने के लिए जागरूक किया।
दाडग़ी स्कूलों में पौधारोपण व स्वच्छता अभियान – बच्चों, शिक्षकों ने ली स्वच्छता की शपथ
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दाडग़ी शिमला में पौधारोपण एवं स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। इसके बाद कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों द्वारा अपने-अपने कक्षा प्रभारियों के निर्देशन में स्कूल परिसर के अंदर तथा बाहर सफाई में सहयोग दिया। इसके बाद विद्यालय परिसर एवं शावली गांव में विभिन्न औषधियों, पौधों के रोपण का कार्य एनएसएस स्वयं सेवकों द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रधान ग्राम पंचायत चलाहल चिरंजी लाल, एस एम सी सलाहकार बेसर दत्त, एनएसएस प्रभारी कमल देव, एनएसएस महिला प्रभारी संतोष तथा समस्त अध्यापक गण ने पूर्ण सहयोग दिया।
छोटा शिमला स्कूल में एनएसएस शिविर — 90 छात्रों ने लिया भाग
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छोटा शिमला में एनएसएस इकाई के द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा के उपलक्ष्य में प्रधानाचार्य डा. आरएस वर्मा की अध्यक्षता में एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 90 विद्यार्थियों ने भाग लिया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा स्वयंसेवियों को विभिन्न समूहों में बांटा गया जिन्होंने संपूर्ण विद्यालय परिसर, कुसुम्पटी बाजार, लक्ष्मी नारायण मंदिर की सफाई की। स्वयंसेवियों ने स्वच्छता तथा व्यक्तिगत सफाई के प्रति लोगों को जागरूक किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा विद्यार्थियों को स्वच्छता के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण से संबंधित जानकारी दी गई। इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी पूनम शौनक, महावीर केंथला, ओम प्रकाश, मधुबिष्ट, पूनम, ओकटा, राजकुमारी, वंदना रत्न, शीला शर्मा, रेखा कश्यप आदि प्राध्यापकों ने अपना सहयोग दिया।