कीक्ली रिपोर्टर, 22 जून, 2015, शिमला
विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों के बारे में युवाओं को जागरूक करने लिए शिमला जिला में विशेष जागरूकता अभियान चलाये जायेगें । यह जानकारी उपायुक्त शिमला, दिनेश मल्होत्रा ने आज यहां आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी । मल्होत्रा ने कहा कि स्कूलों व कॉलेजों में छात्रों को नशीले पदार्थाे की आपूर्ति करने वालों पर पुलिस विभाग द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है । उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को निर्देश दिये कि वे गुप्त रूप से शहर व गांवों के शिक्षण संस्थानों के निकट उन दुकानों व व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखें, जिन पर नशीले पदार्थाे की आपूर्तिं करने का अंदेशा हो।
उन्होंने कहा कि केवल पुलिस प्रशासन ही नहीं, अपितु समाज के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह समाज में नशीले पदार्थो के अवैध कारोबारियों पर कड़ी नजर रखें तथा इस सम्बन्ध में पुलिस विभाग को अवश्य सूचित करें।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों तथा अभिभावकों का भी दायित्व है कि वे अपने बच्चों के क्रिया-क्लापों पर कड़ी नजर रखें तथा उन्हें नशीले पदार्थाें से दूर रखने का हर सम्भव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विभिन्न विभागों द्वारा जिले में भांग को नष्ट करने का कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण करना सुनिश्चित करंेगें। उन्होंने कहा कि स्कूलों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में युवाओं को विभिन्न प्रकार के नशों से दूर रखने के लिए विशेष वार्तायें, वीडियो शो, स्किट, नुक्कड़ नाटकों और अन्य जागरूकता क्रिया-क्लापों का आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर ए.एस.पी. शिमला, अंजुम आरा, ए.डी.एम. डी.के. रतन, संयुक्त निदेशक, अभियोजन अश्वनी धीमान, पी.ओ.डी.आर.डी.ए. भावना शर्मा, डी.आर.ओ., प्रवीण टॉक, जिला कल्याण अधिकारी, ओंकार चन्द, उप-निदेशक कृषि, डा. आर.एस. ठाकुर, ए.सी.एफ, मोहेन्द्र चन्देल, ए.डी.ई.पी.ओ. योगेन्द्र सिंह, डी.पी.ओ. डा. ऊमा राजपूत, समन्वयक, कुलदीप और अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।