शिमला, 12 अप्रैल स्वहित को त्याग समाज कल्याण के लिए डाॅ. भीमराव अंबेडकर द्वारा किए गए कार्य ने ही उन्हें महानता प्रदान की है। जिला दण्डाधिकारी श्री डीके रतन ने यह विचार आज नेहरू युवक केंद्र द्वारा बचत भवन में डाॅ. भीमराव अंबेडकर की 125वीं जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित युवा सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सामाजिक जटिलताओं से लोहा लेकर डाॅ. अंबेडकर ने न केवल अपने लक्ष्य को प्राप्त किया, बल्कि देश को एक नई दिशा प्रदान की। आज की पीढ़ी को अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे और युवा राष्ट्र के निर्माता व ठोस नींव होते हैं। उनका दायित्व है कि वह कड़े परिश्रम व ईमानदारी से अपने शैक्षणिक कार्य को पूर्ण कर इस देश को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए आगे आएं। उन्होंने इस अवसर पर नेहरू युवक केंद्र द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए, जिसमें भाषण प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुम्मा चिड़गांव की पूजा मांटा प्रथम व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोहबाग की अंजली द्वितीय रही। निबंध लेखन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर बुशेहर की स्मृति प्रथम व टिक्कर रोहड़ू के शुभम देष्टा द्वितीय रहे। नारा लेखन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शामलाघाट की ज्योति प्रथम रही। चित्रकला प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अलावग कोटखाई के काकू प्रथम व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुम्मा चड़गांव के निखिल द्वितीय व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बायचड़ी की आरूषी वर्मा तृतीय स्थान पर रही।
इस अवसर पर शिक्षाविद श्री अरूण भारद्वाज ने डाॅ. भीमराव अंबेडकर के उच्च विचार तथा उनके योगदान पर विचार व्यक्त किए।
नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक श्री प्रभात कुमार ने इस पूरे कार्यक्रम की सफलता के लिए सहायक आयुक्त श्रीमती ईशा ठाकुर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने निर्णायक मंडल में श्री राजकुमार शर्मा, श्री राकेश कुमार, सुश्री सुषमा व रूचि का भी कार्यक्रम में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर एनएसएस राज्य प्रभारी श्री दिलीप ठाकुर, समाज सेवी श्री हरीश पांडे व श्री संजीव सूद भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन युवा स्वयं सेवी संदीप शर्मा ने किया।