राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 3 फरवरी, 2016, शिमला
हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी की निष्पादन कला सम्मान योजना, साहित्य पुरस्कार योजना तथा पुस्तक थोक खरीद योजना के लिए 5 जनवरी तक प्रविष्टियां मंगवाई गई थी। सचिव अकादमी अशोक हंस ने बताया कि अब ये प्रविष्टियां अकादमी कार्यालय शिमला में 17 फरवरी तक भेजी जा सकती हैं।
उन्होंने बताया कि निष्पादन कला तथा पारंपरिक, शास्त्रीय, सुगम एवं लोक संगीत, नृत्य एवं रंगमंच और ललित कला यथा पारंपरिक एवं आधुनिक चित्रकला, मूर्तिकला, काष्ठकला, छायांकन, हस्तशिल्प तथा व्यावसायिक कलाओं के क्षेत्र में वर्ष 2015 में क्रमश: दो-दो सम्मान दिए जाएंगे। इसके लिए हिमाचल प्रदेश के बोनाफाइड कलाकारों को उक्त किसी एक कला क्षेत्र की विभिन्न विधाओं में से एक अथवा एकाधिक विधाओं में आजीवन योगदान हेतु सम्मानित करने के लिए अधिकाधिक प्रमाणों यथा कार्यक्रमों तथा कलाकृतियों के छायाचित्र इत्यादि एवं बोनाफाइड प्रमाण-पत्र सहित कलाकारों के जीवन वृत्त, पिछले दस वर्षों में संबंधित विधा में उनकी उपलब्धियों एवं समग्र योगदान के विवरण सहित प्रविष्टियां भेजी जा सकती हैं। प्रविष्टियां कोई भी व्यक्ति, संस्था व कलाकार स्वयं भी भेज सकता है।
इसी प्रकार वर्ष 2015 के अकादमी साहित्य पुरस्कारों के लिए वर्ष 2012 से 2014 तक साहित्य की विभिन्न विधाओं पर हिंदी, पहाड़ी, संस्कृत, उर्दू और अंग्रेजी में प्रकाशित पुस्तकों की चार-चार प्रतियां बोनाफ़ाइड हिमाचली प्रमाण पत्र सहित नि:शुुल्क आमंत्रित हैं। अकादमी की एक अन्य योजना ‘अकादमी की पुस्तक थोक खरीद योजना’ के अंतर्गत वर्ष 2015 की पुस्तक थोक खरीद के लिए बोनाफ़ाइड हिमाचली लेखकों की बोनाफ़ाइड प्रमाण-पत्र सहित कला, संस्कृति, भाषा और साहित्य के क्षेत्र में वर्ष 2014 में प्रकाशित पुस्तकों की दो-दो प्रतियां नि:शुल्क आमंत्रित हैं। मौलिक लेखन को प्राथमिकता दी जाएगी, साथ ही महत्वपूर्ण और उपयोगी अनूदित आदि ग्रंथ भी खरीदे जा सकेंगे। प्रदेश के बाहर के लेखक भी हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक लोक कलाओं, लोक संस्कृति, पहाड़ी भाषा और साहित्य की पुस्तकों की प्रविष्टियां विचारार्थ भेज सकते हैं। सचिव अकादमी अशोक हंस ने बताया कि प्रविष्टियां दिनांक 17 फरवरी तक अकादमी कार्यालय, जो पोर्टमोर स्कूल के समीप है, में पहुंच जानी चाहिए।