राजेश शर्मा, कीकली रिपोर्टर, 1 अक्टूबर, 2016, शिमला
ढली स्थित सरस्वती विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय में शनिवार को गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रधानाचार्य वीना चतरांटा और विद्यालय प्रबंधक हरनाम चंद ने गांधी जी की प्रतिमा के स मुख दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। मुख्य वक्ता के तौर पर छात्रों को संबोधित करते हुए विद्यालय प्रबंधक हरनाम चंद ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी जी का एक बड़ा स्थान रहा है।
उन्होंने देश को स्वतंत्रत करने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। साथ ही हिन्दूस्थान में जातिगत भेदभाव को दूर करने के लिए उन्होंने अपने स्तर पर बड़ा कार्य किया। उनके ही प्रयासों के चलते जिन लोगों को निम्र जाति वर्ग समझा जाता था उन्हें हरिजन यानि ईश्वर के लोगों की संज्ञा दी।
उनका एक विशेष इच्छा थी कि हिन्दूस्थान में जातिगत भेदभाव दूर हो और लोग एक स्वच्छ और स्वस्थ जीवन को प्राप्त करें। इसलिए हम को उनकी इच्छाओं का स मान करते हुए इस दिशा में काम करना चाहिए। जातिगत भेदभाव को समाप्त करना चाहिए तथा अपने आस पास का वातारण साफ और स्वच्छ रखना जाहिए।
जिसका सीधा परिणाम होगा कि हर भारतीय न केवल तन, मन से स्वस्थ होगा बल्कि बीमारियों से दूर रह कर अपने धन का भी व्यर्थ व्यय नहीं होने देगा। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने गांधी जी की याद में विभिन्न कार्यक्रमों पर प्रस्तुति दी। जिसमें कक्षा आठवीं के छात्रों ने गांधी जी के जीवन पर एक नाटक, समुहगान, एकल गान पर प्रस्तुति दी। इसके अलावा छात्रों ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्कूल के आसपास सफाई की।