कीकली रिपोर्टर, 1 मार्च, 2017, शिमला
जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे पहल कार्यक्रम के तहत आज शिमला नगर की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या पाठशाला लक्कड़-बाजार में नशा निवारण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी, प्रोटोकॉल, सुनील शर्मा ने कहा कि समाज के स्वस्थ एवं सभ्य निर्माण के लिए महिलाओं की भूमिका सदैव अग्रणी रही है।
उन्होंने बताया कि जागरूकता कार्यक्रम के तहत छात्राओं को नशे के दुष्प्रभाव से होने वाली आर्थिक और सामाजिक हानियों के साथ-साथ शारीरिक अक्षमता के प्रति भी जागरूक किया गया।
उन्होंने कहा कि नशे का आदी व्यक्ति आईजीएमसी अस्पताल में स्थापित व्यसन मुक्ति केंद्र में परामर्श लेकर इस व्यसन से मुक्त होकर समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकता है।
उन्होंने बताया कि बच्चे प्रचार का सशक्त माध्यम है, इनको जागरूक कर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने में सहायता मिलती है।
कार्यक्रम के दौरान फ्लेम कल्चरल एंड वैल्फेयर सोसायटी के मुनीश कुमार ने नशे से होने वाले दुष्प्रभावों को अत्यंत प्रभाव पूर्वक प्रस्तुत किया। उन्होंने दो नाटक ‘मेरी बहन’ और ‘पानी मिलेगा’ के माध्यम से समाज के युवा वर्ग का नशे की चपेट में आने के उपरांत उस पर पड़ने वाले सामाजिक, आर्थिक, मनोवैज्ञानिक व स्वास्थ्य के विपरीत प्रभावों को दर्शाया गया है। उनके साथ मंच पर रमन शर्मा ने संगीत पक्ष में उनका साथ दिया।
कार्यक्रम में सहायक आयुक्त, ईशा ठाकुर, प्रधानाचार्य डॉ गीता रानी, शिक्षक वर्ग एवं स्कूली छात्राएं उपस्थित थीं।