Participation Form – 2023 (PFD)
(The form can be filled in Hindi or English; share your language preference to speak in a particular event you wish to participate in.)
भाषा एवं संस्कृति विभाग प्रदेश की संस्कृति व साहित्य के संरक्षण व संवर्धन के लिए सदैव प्रयासरत है। इसी उद्देश्य से विभाग समय-समय पर अनेकों साहित्यिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाता है। उक्त आयोजनों के द्वारा प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकारों व कलाकारों के साथ-साथ युवा साहित्यकारों को भी मंच प्रदान किया जाता है ताकि युवा पीढ़ी को भी साहित्य सृजन के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके।
इसी कड़ी में विभाग द्वारा ‘कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट’ शिमला-1 के संयुक्त तŸवावधान में 17 से 19 मार्च, 2023 तक त्रि-दिवसीय मीमांसा – ‘बाल साहित्य उत्सव’ का आयोजन गेयटी थियेटर प्रेक्षागृह में करवाया जा रहा है जिसमें लघु कहानी लेखन, शब्दावली कौशल, नारा लेखन, पोस्टर मेकिंग, बुक मार्क मेकिंग इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाएगा। उक्त आयोजन में स्कूलों, महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों के 25 वर्ष से कम आयु वाले छात्र-छात्रायें भाग ले सकते हैं।
इस साहित्यिक उत्सव का मकसद बच्चों को एक खुला मंच प्रदान करना है, उन्हें बोलते हुए सुनना, संवादात्मक सत्रों में शामिल होना और साथ ही उन्हें पढ़ने को बढ़ावा देना है। मीमांसा, बच्चों के लेखन को स्वर देने का एक प्रयास है, चाहे वह किताबों के रूप में हो, लघुकथा लेखन के रूप में हो या कविता के रूप में, सभी उनके द्वारा लिखे गए हों। यह हिमाचल के लोगों और आम जनता के लिए तीन दिवसीय साहित्यिक उत्सव होगा जिसकी रूपरेखा निम्न प्रकार से रहेगीः-
- अंतरविद्यालयीय प्रतियोगिता के लिए सुबह का सत्र 9.30 बजे से 11.00 बजे तक होगा।
- सुबह00 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक और दोपहर 1.30 से 4.00 बजे तक दो सत्रों में ओपन माइक रीडिंग होगी जिसमें कविता, फ्लैश फिक्शन, सूक्ष्म कहानियाँ या लघु कथाएँ और पुस्तक समीक्षा और चर्चा शामिल होगी।
निष्पक्ष दृष्टिकोण बनाए रखने के लिए डॉ उषा बांदे, प्रोफेसर और प्रिंसिपल मीनाक्षी फेथ पॉल और डॉ जयवंती डिमरी सहित कोर सदस्यों के एक दल का गठन कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष वंदना भागड़ा की अध्यक्षता में किया गया है।
25 वर्ष से कम आयु के बच्चे और युवा (केवल छात्र) भी हिमाचल के लेखकों द्वारा लिखी गई चयनित पुस्तकों की समीक्षा में भाग लेंगे। तीन दिनों के दौरान, नौ पुस्तकों की समीक्षा की जाएगी – 7 हिमाचल के लेखकों की और 2 राज्य से बाहर के लेखकों की। पुस्तक के चयन की प्रक्रिया और मानदंड जल्द ही साझा किए जाएंगे।
लेखकों को उनकी पुस्तकें प्रस्तुत करने के लिए एक आमंत्रण भेजा जाएगा, जिसकी समीक्षा की जाएगी। गठित दल द्वारा किए गए चयन के आधार पर, किताबें खरीदी जाएंगी और उन बच्चों को दी जाएंगी जो पढ़ने में रूचि रखते हैं और कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहते हैं। समीक्षा पैनल में प्रत्येक पुस्तक चर्चा के लिए छह सदस्य होंगे, चार युवा पाठक, एक मॉडरेटर और लेखक मुख्य मंच पर होंगे। ओपन माइक पोएट्री और कहानी पढ़ने के सत्र में 100 से अधिक छात्रों को 3 दिनों की अवधि में अपनी रचना सांझा करने का मौका मिलेगा।
3 दिन के उत्सव में लगभग 25 लेखक, अध्यापक और साहित्यकार अपना योगदान देकर आने वाली पीढ़ी को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। इस साहित्य उत्सव एवं प्रतियोगिताओं की सम्पूर्ण अवधि में किसी भी दिन किसी भी सदस्य की पुनरावृति नहीं की जायेगी।
इस साहित्य महोत्सव में 350 से अधिक छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। व्यापक प्रसार के लिए और बड़ी संख्या में अपने छात्रों को भेजकर इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने के लिए स्कूल प्रबंधन को प्रोत्साहित करने के लिए भागीदारी फॉर्म सांझा किया जा रहा है। इस तरह के आयोजनों का मकसद बच्चों के लेखन में परिष्कार और पढ़ने की आदत डालने के लिए प्रेरित करना है।
अधिक जानकारी और भागीदारी फॉर्म के लिए कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट से संपर्क करें – [email protected]; 98161 48001/98170 95985/80910 21796
Great initiatives. Keep up the good work!👏👏