जिला शिमला के उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अनुपम कश्यप ने कहा कि जिले में लगातार भारी बारिश के चलते आपदा का खतरा बढ़ा है, लेकिन प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग और तैयार है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग किसी भी आपात स्थिति के लिए तत्पर रहें और तेज़ प्रतिक्रिया सुनिश्चित करें।
यह बात उन्होंने सोमवार को आयोजित आपदा प्रबंधन समीक्षा बैठक के दौरान कही, जिसमें जिला के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
डीसी कश्यप ने बताया कि आपदा की स्थिति में त्वरित राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड की टीमें जिले के विभिन्न स्थानों—शिमला शहर, मॉल रोड, सुन्नी, पराला और रामपुर—में 24×7 तैनात रहेंगी। सभी संसाधनों की अग्रिम जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
डीसी ने स्पष्ट किया कि स्कूल फिलहाल बंद नहीं किए जाएंगे, लेकिन यदि किसी क्षेत्र में खतरा उत्पन्न होता है, तो उपमंडल अधिकारी स्कूल बंद करने का निर्णय ले सकते हैं। सभी स्कूलों को अपने भवन की संरचनात्मक जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। ज़रूरत पड़ने पर ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
जिले में 200 प्रशिक्षित आपदा मित्र तैयार किए गए हैं, जिन्हें हर क्षेत्र में तैनात कर उनकी सहायता ली जाएगी। इसके साथ ही युवा स्वयंसेवक भी आपदा की स्थिति में राहत व बचाव में प्रशासन का सहयोग करेंगे।
भूस्खलन की संभावनाओं को देखते हुए जिले में खुदाई, कटाई और उत्खनन कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। जहां कटाई हुई है, वहां तिरपाल से ढकने के निर्देश दिए गए हैं ताकि मिट्टी का कटाव न हो।
उपमंडल अधिकारियों को अपने क्षेत्र में अस्थाई पुनर्वास स्थलों की पहचान करने और मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। आपदा की स्थिति में प्रभावित लोगों को वहां तुरंत सुरक्षित आश्रय उपलब्ध करवाया जाएगा।
जिला खाद्य आपूर्ति विभाग को भोजन और राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हर क्षेत्र में 2-3 डॉक्टरों की टीमें तैनात करने को कहा गया है। निजी एम्बुलेंस व शव वाहनों से संपर्क के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे।
डीसी अनुपम कश्यप ने आम लोगों से अपील की कि सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर ध्यान न दें। सही जानकारी के लिए केवल डीसी शिमला, शिमला पुलिस, डीपीआरओ और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आधिकारिक फेसबुक पेज पर ही जाएं।
इस बैठक में पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी, एडीएम ज्योति राणा, एडीएम (कानून-व्यवस्था) पंकज शर्मा, एसडीएम मंजीत शर्मा, सहायक आयुक्त देवी चंद ठाकुर, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।