कीक्ली रिपोर्टर, 15 जुलाई, 2018, शिमला
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मुख्यातिथि के रूप मे की शिरकत
स्कूलों के अफ़िलिएशॅन नियमों मे बदलाव पर सरकार ऐक्टिव ,रिवियू के बाद लेंगे निर्णय – सुरेश भारद्वाज शिक्षा मंत्री ।
आर्य समाज कन्या विद्यालय मे आर्य समाज द्वारा रविवार को शिक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया । इस दौरान कार्यक्रम मे शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मुख्यातिथि के रूप मे शिरकत की । शिक्षा मंत्री के स्कूल में पहुँचने पर आर्य समाज प्रतिनिधियों व स्कूल प्रधानाचार्य ने मुख्यातिथि का जोरदार स्वागत किया तो वही छात्राओं ने मुखातिथि के सम्मान मे मार्च पास्ट कर सलामी दी । इस दौरान शिक्षा सम्मेलन मे उपस्थित आर्य समाज की विभिन हस्तियों ने शिक्षा से संबन्धित अनेक विचार साझा किए व शिक्षा मे वेद सभ्यता के जुड़ाव किए जाने पर बल देते हुए शिक्षा संस्थानों को दुकान बनाए जाने पर अपना रोष व्यक्त करते हुए शिक्षा मंत्री से शिक्षा के व्यावसायिककरन पर लगाम लगाए जाने की मांग रखी ।
इस मौके पर सभागार को अपने सम्बोधन मे शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा की प्रदेश सरकार एजुकेशन बोर्ड द्वारा स्कूलों के लिए रखीं गयी वार्षिक एफ़िलेश्न शर्त पर बदलाव के मकसद से अगस्त माह मे रिवियू बैठक आयोजित करने जा रही है, जिसके बाद इस संबंध मे निर्णय लिया जाएगा । उन्होने कहा की शिक्षा किसी भी सेक्टर से प्राप्त हो सरकार इसके खिलाफ नहीं । उन्होने प्रदेश मे नशे की बदती प्रवृति पर चिंता व्यक्त करते हुए इस दिशा मे नशा निवारण हेतु शिक्षक वर्ग की शशक्त भूमिका के होने को आवश्यक बताया।
शिक्षा मंत्री ने कहा की शिक्षा पद्दती मे सांस्कृतिक सभ्यता का समावेश कहीं पीछे छूट जाना व विभिन कमेटियों और आयोगों के गठन के बावजूद नैतिक मूल्यों को शिक्षा पद्ति मे शामिल करने से चूक जाना एक बड़ी कमी के रूप मे सामने आया है, जिसकी भरपाई करना बेहद आवश्यक है । उन्होने कहा की भारत के इतिहास मे स्वाधीनता के लिए उभर कर सामने आने वाले वीर क्रांतिकारी आर्य समाज की सोच और विचार से प्रभावित थे और इस अमूल्य वैदिक सभ्यता के पक्षधर थे और इसी सोच के बलबूते पर क्रांतिकारियों के बलिदान स्वरूप स्वतन्त्रता की इस जंग मे विजय हासिल हो सकी ।
शिक्षा मंत्री ने कहा की निजी स्कूलों को आर्थिक उदेश्य की पूर्ति के लिए व शिक्षा पद्दती सुझाव के मद्देनजर अपने पुराने स्कूली छात्र विंग से संपर्क नीति को अपनाने की जरूरत है उन्होने इसके लिए धुंदन स्थित निजी स्कूल द्वारा 11 लाख व नेरवा स्कूल द्वारा 42 लाख की राशि एकत्र किए जाने के पथ का उदाहरण पेश किया ।
इस दौरान आर्य समाज की छात्राओं द्वारा पेश किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम मे राजस्थानी नृत्य व नाटी की ऊर्जावान प्रस्तुति की सराहना की । कार्यक्रम के दौरान छात्राओं द्वारा पेश किए गए “बेखौफ आजाद रहना है मुझे” और “बाबा तेरी मल्लिका” नृत्यों को खूब सराहा गया तो वही योगा पर पेश की गयी झलकियों ने भी सबका मन मोह लिया । इसी के साथ बारहवीं की छात्रा अर्चना द्वारा शिक्षा पर प्रकाश विषय पर अपने विचार साझा किए ।
शिक्षा मंत्री ने सम्मेलन के दौरान आर्य कन्या विद्द्याल्य की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना की और छात्राओं को बेहतर प्रस्तुति के लिए पुरस्कार वितरित किए। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने स्कूल को 51,000 की राशि प्रदान किए जाने की घोषणा की । इससे पूर्व मुख्यातिथि के रूप मे शिरकत करने पहुचे शिक्षा मंत्री ने छात्राओ के मार्च पास्ट की सलामी ली व स्कूल प्रधानाचार्य ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पड़ी ।