राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 08 फरवरी, 2018, शिमला
“केन्द्रीय विद्यालय जाखू हिल्स” के सभागार में “स्पिक मौके“ द्वारा संचालित भारतीय शास्त्रीय संगीत का कार्यक्रम आयोजित किया गया | इस कार्यक्रम में “उस्ताद जौहर अली खान“ हिंदुस्तानी वायलिन वादक (जो कि स्व. गौहर अली खान के ज्येष्ठ पुत्र एवं शिष्य है, व पारंपरिक भारतीय संगीत परिवार पटियाला और रामपुर घराने से संबंध रखते है) एवं उनके संगतकार “आमिर खान“ हिन्दुस्तानी तबला वादक द्वारा मनमोहक संगीत रागों की प्रस्तुतियाँ दी गई, जिसकी शुरुआत “बैरागी भैरव “ राग से की गई | इसके पश्चात तबले और वायलिन पर दोनों ने जुगलबंदी की |
तत्पश्चात शास्त्रीय संगीत द्वारा सूफियाना संगीत प्रस्तुत किया गया तथा आमिर-खुसरो द्वारा रचित गीत का मनमोहक अंदाज़ में प्रस्तुतीकरण दिया गया | तदुपरांत विभिन्न राज्यों के संगीत की मधुर व मनमोहक स्वरलहरियों की प्रस्तुति देकर विद्यार्थियों व शिक्षकों की संगीत संबंधी जानकारी व रुचियों का भी प्रश्न पूछकर परीक्षण किया| विद्यार्थियों की संगीत में रूचि देखकर जौहर अली ने उनकी तारीफ़ की और संगीत को जीवन का अभिन्न अंग बनाने की प्रेरणा भी दी | विद्यार्थियों व शिक्षकों ने शास्त्रीय संगीत एवं भारत के विभिन्न राज्यों की संगीत की धुनों का भरपूर आनंद लिया | अंत में उन्होंने देशभक्ति गीत द्वारा अपने कार्यक्रम का समापन किया |
इसके पश्चात् प्रधानाचार्य द्वारा उन्हें हिमाचली टोपी प्रदान कर सम्मानित किया गया | प्राचार्य ने अपने संबोधन में कहा है कि केन्द्रीय विद्यालय जाखू शिमला के छात्रों एवं शिक्षकों का परम सौभाग्य है कि भारत एवं विश्व में प्रसिद्ध उच्चकोटि के वायलिन वादक से रूबरू होने का हमें सुन्दर अवसर मिला | इसके लिए प्राचार्य ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन एवं स्पिक मैके संस्था का भी आभार व्यक्त किया तथा भावविभोर हृदय से दोनों संगीतज्ञों का आभार ज्ञापन किया |