राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 14 जनवरी, 2016, शिमला
एसजेवीएनएल से आग्रह, प्रदेश में खोले एनडीए प्रशिक्षण अकादमी; 100 मैरिट छात्रों को वितरित की छात्रवृतियां
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजभवन में सतलुज जल विद्युत निगम फाउंडेशन तथा हिमकॉन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में हिमाचल प्रदेश के 100 प्रतिभावान विद्यार्थियों को एसजेवीएन सिल्वर जुब्बली मेरिट छात्रवृत्ति पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने जिन छात्रों ने छात्रवृत्ति परीक्षा उर्तीण की है उन्हें प्रमाण पत्र व 24 हजार रुपये का चेक भेंट किया। यह राशि उन्हें डिग्री व डिप्लोमा कोर्स पूर्ण करने तक प्रतिवर्ष प्रदान की जाएगी।
आचार्य देवव्रत ने एसजेवीएन से प्रदेश में एनडीए प्रशिक्षण अकादमी खोलने पर विचार करने का आग्रह किया ताकि प्रदेश के युवाओं को सैन्य बलों की परीक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि के नाम से जाना जाता है, और यहां के वीर सपूतों ने हमेशा ही युद्ध भूमि में साहस व वीरता का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि देश में कुल जनसंख्या का 65 प्रतिशत युवा हैं, जिनके पास अपार क्षमता है। उन्होंने कहा कि यह अति आवश्यक है कि युवाओं की ऊर्जा का सकारात्मक उद्देश्य के लिए उपयोग होना चाहिए, यदि इसका सही प्रकार दोहन न हुआ तो वे नुकसान पहुंचाने की गतिविधियों में संलिप्त हो जाते हैं, जो समाज के लिए यह घातक है। उन्होंने कहा कि युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा जाना चाहिए और उन्हें राष्ट्रीय गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने युवाओं को समाज में जागरूकता लाने के लिए सामाजिक अभियानों में शामिल किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
राज्यपाल ने कहा कि युवाओं में राष्ट्र एकता एवं देशभक्ति की भावना को विकसित किया जाना आवश्यक है ताकि युवाओं में राष्ट्रीयता, देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर गौरव की भावना विकसित हो, जिसके लिए भारत विश्वभर में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इन भावनाओं के बिना देश का विकास संभव नहीं है। उन्होंने युवाओं को देश के समृद्ध मूल्यों, परम्पराओं एवं रीति-रिवाजों का ज्ञान हासिल करने का भी आग्रह किया।
आचार्य देवव्रत ने युवा पीढ़ी को नशे की लत से दूर रहने का आग्रह किया और कहा कि उन्हें अनुशासन, कठिन परिश्रम व वुजुर्गों का सम्मान आदि मूल्यों का आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतियोगी भावना विकसित करने को कहा ताकि वे राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार हो सकें।
आचार्य देवव्रत ने एसजेवीएन द्वारा प्रदेश में समाज के उत्थान के लिए अपनी सामाजिक दायित्व गतिविधियों के लिए कार्य करने की सराहना की और उन्होंने रेडक्रॉस सोसायटी को रोगी वाहन उपलब्ध करवाने पर उनका आभार प्रकट किया।
सामाजिक उत्तरदायित्व समिति के सदस्य गणेश दत्त ने कहा कि एसजेवीएन ने सामाजिक शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में विभिन्न उल्लेखनीय कार्य करने के लिये सराहना की। उन्होंने युवाओं में नशा विरोधी अभियान चलाने में स्वंय सेवी संस्थाओं के साथ मिलकर पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
एसजेवीएन के अध्यक्ष व प्रबन्ध निदेशक आर.एन. मिश्रा ने एसजेवीएन फाउंडेशन गतिविधियों व इसके जल विद्युत क्षेत्र में योगदान बारे जानकारी दी। उन्होंने पुरस्कार विजेता युवाओं से आग्रह किया कि वे जीवन में सफलता पाने के लिए और अधिक कठिन परिश्रम करें।
निदेशक कार्मिक नंद लाल ने राज्यपाल का स्वागत किया और एसजेवीएन द्वारा की जा रही सामाजिक गतिविधियों बारे जानकारी दी।
महाप्रबन्धक ए.के. मुखर्जी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। निदेशकगण एसजेवीएन व राजभवन के अधिकारी, प्रतिभावान छात्र व उनके अभिभावक कार्यक्रम में उपस्थित थे।
वैश्विक उष्मीकरण का उठाया मुद्दा
पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोग रहे जागरूक
राज्यपाल ने वैश्विक उष्मीकरण का मुद्दा भी उठाया और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने को कहा। उन्होंने स्वस्थ जीवन के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि जैविक खाद के उपयोग, पारम्परिक खेती प्रणाली तथा स्वदेशी किस्म की गायों के लाभों बारे में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।