शिमला: ओकार्ड इंडिया दिल्ली द्वारा आठवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला शिमला 21 जून से 30 जून, 2024 तक हिमालय साहित्य संस्कृति और पर्यावरण मंच के सहयोग से शिमला के रिज पर स्थित पदमदेव कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया जा रहा है जिसका उद्घाटन 21 जून को सांय 5.30 बजे महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल करेंगे। ओकार्ड इंडिया का फुल फॉर्म ओजस सेंटर फॉर आर्ट एंड रीडरशिप डिवेलपमेंट है।
आयोजक समिति के सदस्य ने बताया, “जैसा कि आपको विदित है हमने पूर्व सात राष्ट्रीय पुस्तक मेले शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर परिसर में लगाए थे लेकिन प्रकाशकों की हमेशा शिकायत रहती थी कि गेयटी में बहुत कम पाठक और लोग विजिट करते हैं तथा पुस्तकों की कम बिक्री होती थी। इसलिए हमने नगर निगम से निवेदन किया कि हम पुस्तक मेला पदम देव कॉम्प्लेक्स में लगाना चाहते हैं। उन्होंने हमें सहर्ष किराए पर स्थान उपलब्ध करवा दिया जिसके लिए उनके आभारी हैं। नगर निगम शिमला के चुनाव में जो मेनिफेस्टो बना था उसमें भी प्रतिवर्ष शिमला में पुस्तक मेला आयोजित करने की बात कही गई है।”
इस पुस्तक मेले में हिंदी, अंग्रेजी के कुल तीस प्रकाशक भाग ले रहे हैं और 45 बुक स्टॉल लग रहे हैं। मुख्य प्रकाशकों में राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, राजपाल एंड सांस, प्रकाशन विभाग, आधार प्रकाशन, पब्लिकेशन डिवीजन, निखिल प्रकाशन, समकालीन प्रकाशन, भारतीय कला प्रकाशन, अनुरेखा प्रकाशन, राजस्थान पत्रिका पब्लिकेशन, पदम बुक कंपनी, नैय्यर बुक डिपो, जय बुक डिपो, ऋषि पब्लिकेशन, जीनियस हाइव पब्लिकेशन शामिल है। इस पुस्तक मेले का मुख्य आकर्षण बच्चों का साहित्य है।
“जैसा कि आप जानते हैं हम प्रति वर्ष एक संस्था के नाम से ओकार्ड साहित्य सम्मान दे रहे हैं। इस बार का छठा ओकार्ड साहित्य सम्मान कुल्लू हिमाचल स्थित हिंदी के चर्चित कवि आलोचक गणेश गनी को दिया जा रहा है। यह सम्मान 23 जून को ऐतिहासिक गेयटी सभागार में दोपहर तीन बजे साहित्य समारोह में दिया जायेगा। गणेश गनी की कई पुस्तकें प्रकाशित है। जिनमें साहित्य संवाद की पुस्तक ‘किस्से चलते हैं बिल्ली के पांव’, ‘वह सांप सीढ़ी नहीं खेलता’, ‘हवा को जाने नहीं देगी’, ‘यह समय लौटने का है’, ‘थोड़ा समय निकाल लेना’ और ‘जो बात शुरू हुई थी’ प्रमुख है। उनका फोकस हमेशा नवोदित और युवा रचनशीलता को प्रोत्साहित करना है। और उन्होंने अब तक सौ से अधिक युवाओं पर लिखा है,” आयोजक समिति ने कहा।
उन्होंने आगे कहा, “इस दौरान हम जो साहित्यिक आयोजन कर रहे है उनमें 22 जून को “कवि दरबार” जिसमें चालीस से ज्यादा स्थानीय और देश के विभिन्न भागों से रचनाकार भाग लेंगे. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रख्यात साहित्यकार प्रो. अब्दुल बिस्मिल्लाह जी होंगे। 23 जून को प्रातः 10 बजे से “बाल साहित्य मंच” आयोजित होगा जिसकी मुख्य अतिथि राजकमल प्रकाशन की कार्यकारी निदेशक अदिति माहेश्वरी गोयल होंगी। विशेष अतिथि डॉ.देवेंद्र गुप्ता, संपादक सेतु साहित्य पत्रिका होंगे। सांयकालीन सत्र में ओकार्ड साहित्य सम्मान समारोह होगा।”
24 जून को वरिष्ठ कवि मोहन साहिल के कविता संग्रह का लोकार्पण माननीय शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर करेंगे और साथ पुस्तक मेले का निरीक्षण भी करेंगे। 25 जून को दोपहर 1 बजे “हिंदी साहित्य और अनुवाद” का कार्यक्रम हैं जिसमें मुख्य अतिथि प्रो. ऊषा बंदे होंगी और अध्यक्षता प्रो.मीनाक्षी एफ पॉल होंगी। इस आयोजन के समन्वयक लेखक अनुवादक पंकज दर्शी होंगे। 29 जून का कार्यक्रम “समकालीन हिंदी साहित्य और आलोचना” विषय पर होगा जिसमें मुख्य अतिथि डॉ हेमराज कौशिक और समन्वयक डॉ सत्यनारायण स्नेही होंगे। इसके अतिरिक्त 24 जून को साहित्य संवाद और 28 जून को गांव का इतिहास पुस्तक का लोकार्पण होगा।
प्रैस वार्ता में राकेश गुप्ता, निदेशक ओकार्ड इंडिया दिल्ली और सचिन चौधरी, संयोजक पुस्तक मेला, एस. आर. हरनोट वरिष्ठ कथाकार उपस्थित रहे।