शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज मंडी जिले में हालिया आपदा से क्षतिग्रस्त स्कूलों और कॉलेजों की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों को हुए भारी नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए प्रभावित स्कूलों और कॉलेजों की मरम्मत व पुनःस्थापना का कार्य युद्ध स्तर पर प्रारंभ किया जाए। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी शीघ्र ही मंडी के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
मंत्री ने बताया कि मंडी जिले में आपदा से क्षतिग्रस्त 219 स्कूलों को पुनः क्रियाशील बना दिया गया है। गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त स्कूलों को पास के खाली सरकारी भवनों, महिला मंडलों और सामुदायिक भवनों में अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि अस्थायी स्कूल छात्रों की पहुंच में हों और उन्हें लंबी दूरी तय न करनी पड़े।
उन्होंने केंद्र सरकार से पोस्ट डिजास्टर नीड्स असेसमेंट (PDNA) के अंतर्गत निधियों की शीघ्र रिहाई की मांग की ताकि पुनर्निर्माण कार्यों को गति मिल सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि 75 प्रतिशत से अधिक क्षतिग्रस्त स्कूलों को प्राथमिकता के आधार पर पुनर्निर्माण सूची में शामिल किया जाए।
श्री ठाकुर ने यह भी कहा कि कई शिक्षण संस्थान नदियों और खड्डों के समीप असुरक्षित स्थानों पर बनाए गए थे, जिससे नुकसान की तीव्रता बढ़ी। उन्होंने निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसे मामलों में ज़िम्मेदारी तय की जाए और उपनिदेशक स्तर पर स्थल चयन की सख्त निगरानी हो।
उन्होंने आपदा में मारे गए लोगों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। साथ ही, राहत व पुनर्वास कार्यों में लगे सभी लोगों के प्रयासों की सराहना की।
बैठक में शिक्षा मंत्री ने राज्य की विभिन्न शैक्षिक योजनाओं — राजीव गांधी मॉडल डे बोर्डिंग स्कूल, अटल आदर्श विद्यालय, और लंबित शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द रिक्त पदों को भरने के निर्देश दिए और बताया कि प्रदर्शन में पिछड़ने वाले 320 शिक्षकों व प्रवक्ताओं को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने दूरदराज में कार्यरत समर्पित शिक्षकों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, कॉलेजों की NAAC रैंकिंग प्रक्रिया व आधुनिक पुस्तकालयों की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सीईओ डॉ. रुक्मिणी बनर्जी ने शिक्षा विभाग की प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश ने ASER और PARAKH सर्वेक्षण में देशभर में 5वां स्थान हासिल किया है, जो राज्य की नीतियों और सुधारों का परिणाम है। मंत्री ने उनके मार्गदर्शन के लिए आभार जताते हुए भविष्य में भी सहयोग की अपेक्षा की।
इस बैठक में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत के. शर्मा, स्कूल शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक राजेश शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
CM ने गृहमंत्री से किया आपदा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे का आग्रह