लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने रामपुर डिवीजन में कार्यों के लिए लगभग ₹17 करोड़ मंजूर किए हैं। उन्होंने यह जानकारी तकेलेच में प्रभावित सड़कों के जीर्णोद्धार कार्यों का निरीक्षण करते हुए दी।
मंत्री सिंह ने कहा कि इन नई स्वीकृतियों का उद्देश्य उन सड़कों को प्राथमिकता देना है, जो बारिश के मौसम में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं। उन्होंने बताया कि मरम्मत कार्यों को दीर्घकालीन और टिकाऊ बनाने के लिए जीओलॉजिकल स्टडी कराने तथा मिटिगेशन योजनाएँ तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही, वैकल्पिक मार्गों की पहचान और स्थानीय स्टार्टअप सहयोग की सम्भावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है।
उन्होंने अधिकारियों को समयबद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए और यह सुनिश्चित किया कि मलबे का उचित निस्तारण हो ताकि पर्यावरण को कोई क्षति न पहुंचे। कहा गया कि आज दिए गए निर्देशों का पालन निश्चित समय सीमा के भीतर किया जाएगा — यह उनकी “वचनबद्धता” है।
मंत्री ने यह भी भावनात्मक रूप से कहा कि वे अपने प्रदेश के लोगों के साथ हर परिस्थिति में खड़े रहने के प्रति प्रतिबद्ध हैं, और इस मूल्य ने उन्हें उनके दिवंगत पिता, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, से मिला है।
उसके बाद, मंत्री ने तकेलेच के विश्राम गृह में जनता की समस्याएं सुनी। दियोठी, खुल, मुनीश और काशापाठ पंचायतों के प्रतिनिधियों ने सड़कों, बुनियादी सुविधाओं और अन्य क्षेत्रीय समस्याओं को सामने रखा। इस अवसर पर विधायक रामपुर नंद लाल, अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश 7वां वित्त आयोग, अध्यक्ष जिला परिषद चंद्र प्रभा नेगी, और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
आगे की कार्रवाई के हिस्से के रूप में, झाखड़ी में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आर. के. फिटनेस जिम का उद्घाटन किया। जिसमें कहा गया कि नशा आज की युवा पीढ़ी के लिए एक बड़ा खतरा है, और युवाओं को इसे त्याग कर खेल-कूद और व्यायाम अपनाने की प्रेरणा दी।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी घोषणा की कि झाखड़ी क्षेत्र में एक 135 करोड़ रूपये का पुल केंद्र सरकार से मंजूर हुआ है। मंत्री ने बताया कि यह दौरा रामपुर विधानसभा क्षेत्र के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेने और बहाली कार्यों की समीक्षा करने का हिस्सा है। अगले दिन (1 अक्टूबर) वे गानवी क्षेत्र का भी दौरा करेंगे।