प्रधानमंत्री विरोधी नारे लोकतंत्र पर प्रहार : जयराम ठाकुर

0
67

शिमला से जारी बयान में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगाए गए आपत्तिजनक और अमर्यादित नारों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की राजनीतिक हताशा, वैचारिक दिवालियापन और जनता द्वारा लगातार नकारे जाने की कुंठा का स्पष्ट प्रमाण है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र में असहमति का अधिकार सभी को है, लेकिन असहमति की भी एक मर्यादा होती है। गाली-गलौज, अपमान और अभद्र टिप्पणियां लोकतांत्रिक संस्कृति को कमजोर करती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब मुद्दों और नीतियों पर चर्चा करने में असफल होकर नकारात्मक और निम्नस्तरीय राजनीति पर उतर आई है।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बिहार में प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर कांग्रेस ने जनता का विश्वास खोया, उसी तरह इस तरह की राजनीति से देशभर में कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ेगा। प्रधानमंत्री का अपमान कर कांग्रेस न तो देशवासियों का भरोसा जीत सकती है और न ही अपनी राजनीतिक साख बचा सकती है।

जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि दिल्ली की रैली में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में प्रधानमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति के विरुद्ध नारे लगाए गए और इसका विरोध न किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे देवभूमि हिमाचल की गरिमा और छवि को ठेस पहुंची है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से इस कृत्य के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की।

इस बीच, जयराम ठाकुर ने मंडी–गग्गल–चैल चौक–जंजैहली सड़क परियोजना के लिए सीआईआरएफ के तहत 137.40 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस सड़क परियोजना से क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी और जनता को बेहतर यातायात सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

A Film That Speaks for the Planet: “Crossings” Wins Praise

Daily News Bulletin

Previous articleA Film That Speaks for the Planet: “Crossings” Wins Praise
Next articleTrustworthy Media Vital for Democracy: Agnihotri