नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में सुक्खू सरकार और कांग्रेस पर कड़ा हमला करते हुए कहा कि प्रदेश में राजनीतिक और नैतिक पतन की कोई सीमा नहीं बची है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकारी विभाग, जिनका मूल काम सरकारी योजनाओं और उपलब्धियों का प्रचार करना है, अब राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ पोस्टर और प्रचार में लग गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के तीन साल के कार्यकाल में कोई ठोस उपलब्धि नहीं है, इसलिए मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों ने सरकारी मशीनरी को ही राजनीतिक दुष्प्रचार में लगा दिया है।
ठाकुर ने नशे के खिलाफ सरकार की गंभीरता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों का तबादला राजनीतिक दबाव में किया गया और सरकार की कार्रवाई केवल इवेंट और हैडलाइन मैनेजमेंट तक सीमित रही। उन्होंने पूर्व सरकार द्वारा किए गए नशा रोकथाम के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज प्रदेश में नशे की स्थिति गंभीर है, ओवर डोज से मौतें आम बात हो गई हैं, और नशा निवारण केंद्र व पुनर्वास सुविधाओं की हालत चिंताजनक है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि युवाओं को नई राह दिखाने के लिए केंद्र की प्रायोजित योजनाएँ जैसे कौशल विकास, स्टार्टअप और स्वरोजगार योजनाएँ भी ठप पड़ी हैं। नशा निवारण बोर्ड और संबंधित ऐप निष्क्रिय हैं, जिससे लोगों को सहायता नहीं मिल रही। उन्होंने सरकार से अपील की कि राजनीतिक राजनीति छोड़कर नशा और युवाओं के भविष्य को प्राथमिकता दी जाए।





