हिमाचल प्रदेश सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री माननीय अनिरुद्ध सिंह ने आज एसडीए कॉम्प्लेक्स, कसुम्पटी में प्रदेश के पहले आधार सेवा केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह केंद्र पासपोर्ट सेवा केंद्र की तर्ज पर कार्य करेगा, जहां नागरिकों को आधार से जुड़ी सभी सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी।
मंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के लिए कुल तीन आधार सेवा केंद्र स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें शिमला, मंडी और कांगड़ा शामिल हैं। शिमला में शुरू हुआ यह केंद्र प्रदेश का पहला आधार सेवा केंद्र है। उन्होंने कहा कि पहले कई आधार संबंधी सेवाओं के लिए लोगों को चंडीगढ़ जाना पड़ता था, लेकिन अब यह सभी सुविधाएं यहीं उपलब्ध होंगी।
यह आधार सेवा केंद्र यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय के एनरोलमेंट एवं अपडेट डिवीजन के मार्गदर्शन में, यूआईडीएआई के क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ द्वारा संचालित किया जाएगा। यह केंद्र नागरिकों के लिए आधार से जुड़ी सभी आवश्यकताओं का एक “वन-स्टॉप डेस्टिनेशन” होगा।
केंद्र को पूरी तरह व्हीलचेयर-अनुकूल बनाया गया है तथा बुजुर्गों और दिव्यांग नागरिकों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। यह केंद्र सप्ताह के सातों दिन, सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहेगा और केवल सार्वजनिक अवकाशों में बंद रहेगा। शिमला और आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों को बिना भीड़ और कतार के बेहतर सेवा अनुभव के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक करने की सलाह दी गई है।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व यूआईडीएआई क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ के निदेशक जगदीश कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि यह पहल देशभर में भरोसेमंद, समावेशी और नागरिक-केंद्रित आधार सेवाएं उपलब्ध कराने के यूआईडीएआई के उद्देश्य के अनुरूप है।





