बाल विकास परियोजना शिमला शहरी द्वारा परियोजना शिमला शहरी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व् सहायिकाओं को न्यूट्री गार्डन बनाने हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया I भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान क्षेत्रीय केंद्र टूटीकंडी शिमला के अध्यक्ष डॉक्टर केo केo परमाणिक द्वारा कार्यकर्ताओं को छोटी जगह व् गमलों में स्थानीय तौर पर उपलब्ध संसाधनों की सहायता से पौष्टिक व् रसायन मुक्त सब्जियां तैयार करने बारे जानकारी दी I उन्होंने नियमित खाने में फलों व् सब्जियों के समावेश के फायदे बताए I कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर धर्मपाल कालिया द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों में न्यूट्री गार्डन बनाने हेतु प्रत्यक्ष (हैंड ऑन) प्रशिक्षण प्रदान किया I डॉक्टर शुक्ला द्वारा घर पर आसानी से केंचुआ खाद बनाने की विधि बारे जानकारी दी गई I
इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ मधु द्वारा कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को अनुसंधान संस्थान टूटीकंडी का दौरा भी करवाया गया एवं संस्थान में किये गए व् किया जा रहे अनुसंधानों बारे अवगत करवाया I
जिला कार्यक्रम अधिकारी शिमला श्रीमती वंदना चौहान ने पोषण माह में आयोजित इस शिविर को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया उन्होंने कहा कि इस शिविर में प्रदान किये गए प्रशिक्षण से कार्यकर्ताओं को को सही तरीके से न्यूट्री गार्डन तैयार करने में बहुत सहायता मिलेगी I इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी ममता पॉल ने अवगत कराया कि परियोजना शिमला के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में गमलों में सब्जियों को पहले से उगाया जा रहा है पर संस्थान द्वारा प्रदान की गई तकनीकीजानकारी से न सिर्फ सब्जियों बल्कि फलों की पोषण वाटिका स्थापित करने में भी सहायता मिलेगी I उन्होंने प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने के लिए ICAR-IARI टूटीकंडी का धन्यवाद दिया I इस प्रशिक्षण शिविर में पर्यवेक्षक- चक्कर, श्रीमती नर्वदा शर्मा व् पोषण समन्वयक शिमला शहरी, श्रीमती सुनीता ठाकुर भी उपस्थित रहीं I शिविर में लगभग 50 कार्यकर्ताओं व् सहायिकाओं ने भाग लिया I