ईट राईट स्कूल पहल के अंतर्गत बच्चों को स्वस्थ व सुरक्षित खाना उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से प्रदेश के 2 हजार 912 स्कूलों का पंजीकरण किया जा चुका है। यह बात आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मंत्री डाॅ. राजीव सैहजल ने ऐतिहासिक रिज मैदान में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण और स्वास्थ्य सुरक्षा एवं विनियमन विभाग के संयुक्त तत्वाधान् में आयोजित दो दिवसीय ईट राईट मेले के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में कही।
उन्होंने बताया कि ईट राईट कैम्पस पहल के तहत सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थानों में कार्यरत लोगों को सुरक्षित भोजन उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से प्रदेश में अब तक 11 संस्थानों को पंजीकृत किया गया है वहीं हाइजीन रेटिंग इनिशिएटिव के तहत प्रदेश के 63 रेस्टोरेंट एवं होटल हाइजीन रेटिंग सर्टिफाईड हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा सम्पूर्ण भारत वर्ष के 75 शहरों में यह राष्ट्र व्यापी वाॅकाथन एवं मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें से एक कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश की राजधानी शिमला में आज शुरू किया गया है।
उन्होंने बताया कि स्वच्छ भोजन, व्यायाम एवं स्वस्थ जीवन शैली हर व्यक्ति के लिए अति आवश्यक है। मेले के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा खाद्य सामग्रियों से संबंधित स्टाॅल भी लगाए गए हैं तथा मेले का मुख्य उद्देश्य ईट राईट इंडिया के संदेशों को मुख्य धारा में लाया जा सके और अधिक से अधिक लोगों को फोर्टिफाइड फूड और न्यूट्रिया सेरियल को अपने भोजन में शामिल करें। उन्होंने बताया कि स्ट्रीट फूड फेस्टिवल का इन्फोटेनमेंट माॅडल है जो लोगों को सही भोजन विकल्प बनाने में सक्षम बनाता है। कार्यक्रम सुरक्षित भोजन और स्वस्थ आहार के बारे में जानने का अवसर लोगों को प्रदान करेगा, जिससे मिलावट के लिए त्वरित परीक्षण, भोजन के स्वास्थ्य और पोषण लाभ, विशेषज्ञों द्वारा आहार सलाह, सरकारी कार्यक्रमों और पहलों की जानकारी शामिल है। उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं विनियमन विभाग द्वारा कार्यक्रम को हिमाचल में बेहतरीन तरीके से लागू किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यातिथि द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया तथा वाॅकाथन में भाग ले रहे प्रतिभागियों को झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण निदेशक उत्तरी क्षेत्र राजेश सिंह, सहायक निदेशक डाॅ. विनोद कुमार, निदेशक स्वास्थ्य सुरक्षा एवं विनियमन विभाग सुमित खिम्टा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सुरेखा चैपड़ा एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।