राष्ट्रीय महिला आयोग एवं राज्य महिला आयोग के संयुक्त तत्वावधान में आज ऐतिहासिक गेयटी थिएटर के खुले मंच पर महिला सशक्तिकरण की अभिव्यक्ति संदेश संप्रेषित करते हुए नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ डेज़ी ठाकुर ने बताया कि बेटियों के सशक्तिकरण की दृष्टि से यह नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जा रहे हैं जिनका उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि नाटक के माध्यम से बेटियों की शादी 21 वर्ष में करने के लिए प्रेरित किया गया है ताकि बेटियां अपना जीवन संवार सकें पढ़ाई लिखाई की ओर ध्यान देकर अपने भविष्य को मजबूत बना सकें। उन्होंने कहा कि बेटे बेटियों में शारीरिक फर्क है उनकी योग्यता में कोई फर्क नहीं तो बेटियों को भी समान अवसर प्रदान किए जाने आवश्यक है उन्होंने कहा कि नाटक के द्वारा यह संदेश शिमला, मंडी और कुल्लू में नुक्कड़ नाटक आयोजित कर संप्रेषित किया जाएगा।
ने बताया कि आज पुलिस विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण तथा महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शक्ति बटन ऐप तथा अन्य सुविधाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई उन्होंने आज बालिकाओं से शक्ति बटन एप डाउनलोड भी करवाया। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा महिलाओं के कानूनी अधिकार, महिला उत्पीड़न के संबंध में सहायता तथा महिला सशक्तिकरण के लिए व्यापक जागरूकता के संबंध में शिमला पुलिस द्वारा प्रकाशित पत्रक भी वितरित किए। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिसके तहत कल पोर्टमोर स्कूल में महिला संसद व आगामी दिनों में अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के प्रति जानकारी व जागरूकता प्रदान की जाएगी। उल्लेखनीय है कि द बिग्नर संस्था द्वारा ये नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में राज्य बाल हुई अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष वंदना योगी, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्यों की राज्य चयन समिति सदस्य रूमा कौशिक भी कार्यक्रम में उपस्थित थी।