महिला एवं बाल विकास विभाग महिलाओं तथा बच्चों के स्वस्थ व सुपोषण के लिए जागृत कर अनुकरणीय कार्य कर रहा है। यह विचार आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बचत भवन में जिला प्रशासन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय मातृ वंदना सप्ताह, पोषण माह उत्सव तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि कुपोषण से ग्रस्त राष्ट्र का भविष्य सदैव अंधकार में रहता है इसलिए हमें सुपोषण के प्रति हर स्तर पर जानकारी व जागरूकता प्राप्त कर स्वयं व समाज को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग के अंतर्गत महिलाओं व बच्चों के लिए विभिन्न योजनाएं आरम्भ की गई है, जो समाज को स्वस्थ और सबल बनाने में अत्यंत प्रभावी है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में देश के साथ-साथ प्रदेश में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से कोविड से होने वाली मौतों में कमी आई है। उनके द्वारा रोगियों को चिन्हित कर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने का कार्य किया गया, जोकि अत्यंत सराहनीय रहा। उन्होंने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने में महिला व पुरुष का समान भागीदारी रहती है किंतु इस कार्य के लिए महिलाएं अधिक कष्ट सहती है। इस अवसर पर उन्होंने पोषक स्थानीय खाद्य व्यंजनों की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। उन्होंने पोषण अभियान को अपनाने व इसे जन आंदोलन बनाने की शपथ भी दिलवाई।
उन्होंने नवजात शिशु मीरा, दीपिका व लक्षिता का अन्न प्राश्न करवाया तथा सीमा व निधि की गोद भराई रस्म भी की।
उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले एकीकृत बाल विकास अधिकारी छौहारा राजेश कुमार, मशोबरा रूपा रानी, शिमला शहरी स्नेह लता, रामपुर अजय बदरेल को सम्मानित किया। उन्होंने इसी योजना के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं जिसमें बसन्तपुर के दगोग केन्द्र की निशा, छौहारा दली मसली की चन्द्र कांता, चैपाल तराशनु की सुलक्षना, जुब्बल परशाल केन्द्र की सुलक्षना, कुमारसैन दकोन की रमिला डोगरा, मशोबरा मल्याणा की दीपिका, ननखड़ी कंुगल बालती की सुंदला नेगी, रामपुर शिंनटी गानवी की ममता, रोहडू बराल की आशा काल्टा, शिमला शहरी बंगाला काॅलोनी की अंजु व ठियोग कलिंठा मतियाना केन्द्र की सत्या को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने पोषण माह अभियान के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया।
शिमला शहरी आंगनबाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण गान प्रस्तुत किया गया। अतिरिक्त उपायुक्त शिमला शिवम प्रताप सिंह ने कहा कि जिला में पोषण कार्यों को सक्रिय रूप में चलाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन व शिक्षा विभाग आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करें ताकि पोषण अभियान धरातल पर कारगर ढंग से चल सके। जिला कार्यक्रम अधिकारी शिमला ममता पाॅल ने स्वागत उद्बोधन तथा कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पोषण सप्ताह के दौरान जागरूकता प्रदान करने के साथ-साथ प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के प्रति भी जागरूकता प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की लाभार्थी ज्योति ने अपने अनुभव साझा किए तथा आयुष विभाग के डाॅ. विकास शर्मा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग हेल्थ एजुकेटर संजना ने महिलाओं को विभागीय गतिविधियों के तहत पोषण के प्रति किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी तथा स्वास्थ्य के लिए पोषण एवं देखभाल के उत्पादों व प्रक्रियाओं के प्रति विचार व्यक्त किए।