भारत को कुपोषण से मुक्त करने के लिए वर्ष 2018 में पोषण अभियान की शुरुआत की गई। इसके तहत वर्ष 2018 से हर वर्ष सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रुप में मनाया जाता है।
इस संदर्भ में उपायुक्त जिला शिमला, अनुपम कश्यप ने बताया कि हर वर्ष की भांती इस वर्ष भी 7 वां राष्ट्रीय पोषण माह 1 सितम्बर 2024 से 30 सितम्बर 2024 तक पूरे जिला में सभी विभागों के अभिसरण से मनाया जायेगा। इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण माह का विषय है- अनिमिया, र्वृिद्ध निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, बहतर प्रशासन के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग‘ इस बावत सभी सम्बन्धित विभागों को केन्द्र सरकार के दिशानिर्देश साझा किये जा चुके हैं। साथ ही उपायुक्त ने बताया कि ‘एक पेड़ मां के नाम‘ विषय के अन्तर्गत 31 अगस्त, 2024 को ज़िला शिमला की सभी 2154 आंगनवाड़ी केन्द्रों के साथ-साथ पर्यवेक्षक स्तर, खण्ड़ स्तर व ज़िला स्तर पर पौधरोपण किया जाएगा।
इस वर्ष जिला शिमला में इन विषयों पर जिला स्तर, खण्ड स्तर, पंचायत स्तर, वृत स्तर व आंगनवाड़ी स्तर पर विभिन्न गतिविधियों व संपूर्ण पोषण सम्बन्धित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही साथ उपायुक्त ने बताया कि इस वर्ष पोषण अभियान को जन आंदोलन का रूप देकर जिला शिमला के हर गांव हर घर तक पहुंचाया जाएगा और देश को कुपोषण के कुचक्र से बाहर ला कर एक स्वस्थ, सशक्त एवं साक्षर भारत का निर्माण किया जा सके।
साथ ही उन्होंने बताया कि हर माह की 1 और 15 तारीख को सामुदायिक आधारित गतिविधियों का आयोजन ज़िला की सभी 2154 आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया जाता है, जिसमें कि बच्चों की वृद्धि निगरानी, सांस्कृतिक गतिविधियों का आदान -प्रदान, संस्कार समारोह का आयोजन व अन्य सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जोकि बच्चों के सरवांगीण विकास में एक महत्वपर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं व किशोरियों में हो रही अनीमिया निगरानी के लिए इस माह विभिन्न स्थानों पर खून की जांच की जाएगी। उपायुक्त ने जिला शिमला की आम जनता से भी इस अभियान में जुड़ने व इस अभियान को एक जन आंदोलन बनाने की अपील की है।