कीक्ली रिपोर्टर, 5 जून, 2015, शिमला
हिमाचल प्रदेश राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद द्वारा आज शिमला के ऐतिहासिक गयेटी थियेटर में विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया गया ।इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस का विषय सैवन विलियन ड्रिम्ज़ एण्ड वन प्लैन्ट निर्धारित किया गया था । कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव, पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, श्री तरूण श्रीधर ने की । इस अवसर पर उन्होंने स्कूली छात्र-छात्राओं व उपस्थित लोगों से पर्यावरण संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने आसपास के वातावरण को साफसुथरा रखें । उन्होंने कहा कि किसी प्रकार का कूडा-कचरा इधर-उधर न फैंके ताकि प्रदेश के वातावरण को स्वच्छ व प्रदुषण मुक्त बनाया जा सके ।
उन्होंने कहा कि यदि पर्यावरण स्वच्छ होगा तो प्रदेश में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा, जिससे यहां के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मिलेगे तथा उनकी आर्थिकी सुदृढ़ होगी । उन्होंने लोगों से पानी व ऊर्जा को बचाने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का अधिक से अधिक प्रयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण को और अधिक प्रभावी तैार पर कार्यान्वयन करने के लिए जिला स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी, तथा प्रथम स्थान हासिल करने पर ‘‘श्रेष्ठ स्वच्छ व हरित स्कूल’’ के लिए बारह ट्राफीयां दी जाएगी, तथा राज्य स्तर पर भी इस कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल करने पर स्कूलों को तीन ट्राफिया दी । जाएगी, ताकि पर्यावरण संरक्षण को और बढ़ावा दिया जा सके ।
उन्होंने दिन प्रतिदिन बढ़ रहे ग्लोबल वार्मिंग पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि हिमालय के ऊचे क्षेत्रों पर बर्फ के गलेश्यिर तेजी से पिघल रहे है जबकि निचले क्षत्रेां में ग्लेश्यिर लुप्त हो रहे है जो कि पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा है । इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण शिक्षा विषय पर विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र नई दिल्ली द्वारा प्रेजेन्टेशन भी की गई । निदेशक एवं सदस्य सचिव पर्यावरण, विज्ञाान एवं प्रौद्योगिकी, श्री ए.के. लाल ने स्वागत करते हुए बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा शिमला शहर में पर्यावरण रैली निकाली गई जिसमें लगभग 400 सकूली बच्चों ने भाग लिया ।
उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण पर सरकारी व निजी स्कूलों में पोस्टर पेन्टिंग व ग्राटींग कार्ड प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई, जिसकी प्रर्दशनी पर्यावरण दिवस पर लगाई गई है । इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर आधारित लघु नाटिका का मंचन भी किया गया जिसके माध्यम से वातावरण को हराभरा व साफ-सुथरा रखने का सन्देश दिया गया ।
श्रीधर ने बच्चों द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर मंचित लघु नाटिका व पोस्टर पर लिखे सन्देशों की सराहना करते हुए कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए पर्यावरण संरक्षण के संदेशों को फेसबुक के माध्यम से अधिक से अधिक प्रचारित किया जाना चाहिए ।
उन्होंने ‘‘श्रेष्ठ स्वच्छ व हरित स्कूल’’ तथा अन्य प्रतियोगिताओ के प्रतिभागियों को प्ररस्कार भी वितरित किए । संयुक्त सदस्य सचिव, पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, डा. हेमन्त गुप्ता ने कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया।