शिमला शहर को जोड़ने वाली सड़कों के प्रवेश स्थानों को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी शिमला ग्रामीण की उपमंडल दण्डाधिकारी, एसडीएम कविता ठाकुर की अगुवाई में एक विशेष टीम ने उठाई है। इस टीम में श्री तारा देवी मंदिर न्यास और श्री संकट मोचन मंदिर न्यास के करीब 14 कर्मचारी भी शामिल हैं। 7 जनवरी 2025 से यह टीम रोज़ाना ढाई घंटे का समय सफाई कार्य में लगा रही है। टीम सदस्य सफाई कार्यों के दौरान ग्लव्स पहनकर सड़कों के किनारे फैले कूड़े को इकट्ठा करते हैं और स्थानीय लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करते हैं। शिमला-सोलन एनएच-22 के दोनों किनारों पर शोघी बैरियर तक सफाई की जा चुकी है। इसके अलावा, वन विभाग के दो इको प्वाइंट्स पर भी सफाई अभियान चलाया गया है। अब तक 700 से अधिक कूड़े के बैग एकत्रित कर कूड़ा संयत्र भरियाल भेजे जा चुके हैं।
टीम हर रोज़ सुबह 8:30 बजे से 11 बजे तक सफाई कार्य करती है। कूड़े को इकट्ठा कर अलग-अलग बैगों में भरकर उसे कूड़ा संयत्र भेजा जाता है। एसडीएम कविता ठाकुर भी इस अभियान का हिस्सा रहती हैं और अपने काम में पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। सफाई कार्य सुबह के समय में ही किया जाता है ताकि सरकारी कार्यों या कोर्ट मामलों में कोई विघ्न न आए। तारादेवी और संकटमोचन मंदिर में जब भंडारा होता है, तब सफाई अभियान को स्थगित कर दिया जाता है।
अनुपम कश्यप ने जिला को स्वच्छ बनाने के लिए कविता ठाकुर की प्रशासन की ओर से अनेकों पहलों को धरातल पर उतारा जा रहा है। शिमला ग्रामीण के तहत सड़क किनारों पर स्वच्छता अभियान के माध्यम से क्षेत्र को सुदंर बनाने में अहम योगदान दिया जा रहा है। पिछले डेढ़ माह से एसडीएम स्वयं अभियान में स्वच्छता का कार्य टीम के साथ कर रही हैं। यह कार्य सभी के लिए प्ररेणादायक है। हमें ऐसे छोटे-छोटे प्रयास अपने आसपास निरंतर करते रहना चाहिए। मैं दोनों न्यासों के कर्मचारियों के कार्य की भी सराहना करता हूं। शिमला को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए आमजन भी इसी तरह भागीदारी निभाएं।