हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में एनटीटी के पदों को भरने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में 4700 से ज्यादा बेरोजगार अध्यापकों को रोजगार का अवसर मिलेगा। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि नियुक्ति से पहले इन एनटीटी अध्यापकों के लिये आर एंड पी नियमो को अमली जामा पहनाया जाए। डॉ मामराज पुंडीर ने सरकार से मांग की है कि शिक्षा विभाग में सरकार अपने अपने तरीके से नियुक्त करती आई है और नियुक्ति के बाद कई वर्षों तक अध्यापकों का शोषण होता रहा है। इतिहास गवाह है हिमाचल प्रदेश में ग्रामीण उपासक, पीटीए, पैरा, पेट और एसएमसी अध्यापकों की नियुक्ति हुई थी । जब नियुक्ति होती है तो नेता और अधिकारी मूक दर्शक बने रहते है। नियुक्ति के बाद इनको बैकडोर एंट्री के नाम से बेइयजत किया जाता है। अध्यापक अपने हकों के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। राजनीतिक गलियारों में कुछ घमंडी नेता इनको बेइयजत करते है। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ इस प्रकार के शोषण का अब विरोध करेगा।
डॉ मामराज पुंडीर ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और वर्तमान शिक्षामंत्री गोविंद ठाकुर जी को पता है कि पीटीए ओर पेट को नियमित करने के लिए कई बार कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी। अब इस प्रकार की नियुक्ति करने से न तो सरकार को कोई फायदा होता है नही बिरोजगार अध्यापकों को। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ इस प्रकार की नियुक्ति का विरोध करता है जिससे बिरोजगारो को अपने हकों के लिए सड़कों पर उतरना पड़े। डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और शिक्षामंत्री गोविंद ठाकुर आम जन की आवाज समझ सकते है इसलिए बिना आर एंड पी रूल के बिना नियुक्ति नहीं होनी चाहिए।हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ सरकार से एनटीटी अध्यापकों के लिए ऑर एंड पी नियम बनाने की मांग करता है।