बाल विकास परियोजना अधिकारी ममता पॉल ने जानकारी देते हुए बताया कि बाल विकास परियोजना शिमला शहरी द्वारा पोषण माह के अंतर्गत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं व अन्य लाभार्थियों हेतु जिला आयुर्वेद अधिकारी कार्यालय के सहयोग से योगाभ्यास का आयोजन किया गया।उन्होंने बताया कि संतुलित पोषाहार के साथ साथ व्यायाम व योगाभ्यास शरीर व मन को स्वस्थ रखने के लिए अति आवश्यक है। इस योगाभ्यास शिविर में आयुर्वेद विभाग से डॉ० निरंजन शर्मा द्वारा योगाभ्यास बारे महत्वपूर्ण जानकारी दी गई व योग प्रोटोकॉल के तहत आसन कराए गए, जिसमें मुख्यतः वृक्षासन, त्रिकोणासन, अर्धचक्रासन (कोविड मरीजों के लिए अति महत्वपूर्ण), वज्रासन, भुजंगासन, मद्रासन आदि व प्राणायाम (कपालभाति, अनुलोम विलोम, शीतली प्राणायाम) करना सिखाया गया।
उन्होंने बताया कि शिविर में भाग लेने वाली महिलाओं व अन्य व्यक्तियों ने अपनी अलग अलग बीमारियों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि डॉक्टर निरंजन शर्मा द्वारा विभिन्न रोगों को ठीक करने के लिए योगासनों व प्राणायामो की जानकारी प्रदान की।उन्होंने बताया कि योग अभ्यास शिविर का आयोजन सुबह 10.00 से 11.00 बजे तक तिब्बतियन स्कूल छोटा शिमला में व 11.30 से 12.30 बजे तक विवेकानंद केंद्र नाभा में आयोजित किया गया, जिसमे स्थानीय पार्षद विदुषी शर्मा पार्षद, डॉ किमी सूद उपस्थित रहीं। नाभा में आयोजित योगाभ्यास में पार्षद जगजीत बग्गा, विवेकानंद केंद्र नाभा की प्रभारी कल्पना मेहता ने योगाभ्यास शिविर में भाग लिया। इसके अलावा पर्यवेक्षक कमला रांदा, सुशीला कुमारी, नर्वदा शर्मा, पोषण स्टाफ व लगभग 160 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तू सहायिकाओं व अन्य महिलाओं व बच्चों ने भाग लिया।