उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि बच्चों का समुचित पोषण और बेहतर स्वास्थ्य जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी क्रम में 21 अगस्त, 2025 को राष्ट्रीय डी-वार्मिंग दिवस के अवसर पर जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी। साथ ही 1 से 5 वर्ष के बच्चों को विटामिन-ए भी उपलब्ध कराया जाएगा।
उपायुक्त जिला स्तर पर इस अभियान की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने सभी विभागों से आपसी समन्वय के साथ अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।
उन्होंने जानकारी दी कि 1 से 5 वर्ष के बच्चों को खुराक आंगनबाड़ी केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्ले स्कूलों में दी जाएगी, जबकि 5 से 19 वर्ष के बच्चों को उनके स्कूलों में दवा दी जाएगी। इसका उद्देश्य बच्चों में कुपोषण व एनीमिया की रोकथाम करना है।
कश्यप ने बताया कि अभियान के अंतर्गत जिला शिमला के 2,22,687 बच्चों को कवर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए 2105 सरकारी व 450 निजी स्कूलों, तथा 2154 आंगनबाड़ी केंद्रों को शामिल किया गया है।
प्रशिक्षण कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा जन-जागरूकता के लिए प्रचार सामग्री का वितरण भी कर दिया गया है। उपायुक्त ने बताया कि
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1–2 वर्ष के बच्चों को पहले 2 मि.ली. विटामिन-ए सिरप और फिर आधी गोली एल्बेंडाजोल दी जाएगी।
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2–5 वर्ष के बच्चों को 2 मि.ली. विटामिन-ए और एक पूरी गोली एल्बेंडाजोल दी जाएगी।
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5 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को एल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दवाओं की उपलब्धता समय पर सुनिश्चित की जाए और जनजागरूकता गतिविधियों को प्राथमिकता दी जाए, ताकि अभियान का अधिकतम लाभ बच्चों तक पहुंच सके।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त दिव्यांशु सिंघल, स्वास्थ्य विभाग की डॉ. वंदना, महिला एवं बाल विकास विभाग की ममता पॉल, डॉ. ईशा ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

