देश की प्रगति एवं विकसित राष्ट्र के निर्माण के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण अत्यंत आवश्यक है। यह विचार आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला में भारतीय डाक विभाग शिमला मंडल द्वारा आयोजित सुकन्या समृद्धि महोत्सव में मुख्य अतिथि के दौरान अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि सुकन्या समृद्धि महोत्सव आज आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश के 75 शहरों में आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें से शिमला शहर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेकों कार्य किए गए हैं तथा उनके उत्थान के लिए प्रदेश तथा केंद्र सरकार ने अनेकों योजनाएं आरंभ की गई है। महिलाओं को आज पंचायती राज संस्थाओं में 50% आरक्षण प्रदान किया गया है, साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग की अनेकों योजना के माध्यम से महिलाओं को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत एक प्राचीन संस्कृति वाला देश है, जहां शुरू से ही महिलाओं का सम्मान किया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाएं सशक्त होने से आज देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। जहां हम हिमाचल प्रदेश की बात करें तो राज्य बनने से यहां की साक्षरता दर 4.8 प्रतिशत थी,जो आज लगभग 90 प्रतिशत से अधिक हो गई हैं।
कोरोना काल के दौरान प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आज महिलाओं का हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहता है इसी कारण से आज देश आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर उन्होंने 0 से 10 वर्ष तक की बच्चियों को योजना के अंतर्गत खोले गए खातों की पासबुक देकर सम्मानित किया, वहीं डाक विभाग में कार्यरत उत्कृष्ट कर्मचारियों को भी सम्मानित किया। चीफ पोस्टमास्टर जनरल वंदिता कौल ने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना वर्ष 2015 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के उपलक्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना के तहत जन्म से 10 वर्ष तक की कन्या का सुकन्या डाक खाता 250 रुपए से खोला जा सकता है इस खाते की अवधि 21 वर्ष है। कन्या के 18 वर्ष पूर्ण होने पर आंशिक निकासी भी की जा सकती है इस बचत योजना से सबसे अधिक ब्याज दर 7.6 प्रतिशत है। निदेशक डाक सेवा बिशन सिंह ने कहा कि बच्चियों तथा महिलाओं के कल्याण के लिए यह योजना अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगी। इस योजना से बच्चे के भविष्य के साथ साथ देश का भविष्य का निर्माण भी होगा। अतिरिक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एकता कापटा ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए हम दोनों विभागों को आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करने की आवश्यकता है ताकि देश तथा प्रदेश और अधिक प्रगति कर सकें। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में ही अवगत करवाया। इस अवसर पर प्राचार्य राजकीय कन्या महाविद्यालय रुचि रमेश, वरिष्ठ अधीक्षक डाक सेवा, डाक सेवा के अन्य अधिकारीगण एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।