उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने निर्देश दिए हैं कि भट्टाकुफर के समीप ढहे बहुमंजिला भवन के मालिक को शीघ्र मुआवजा राशि प्रदान की जाए। उन्होंने यह बात कैथलीघाट-शिमला फोरलेन परियोजना के निर्माण कार्य और मुआवजा वितरण से संबंधित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
बैठक में बताया गया कि प्रभावित भवन मालिक को मुआवजा देने की प्रक्रिया जारी है। उपायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और निर्माण कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रक्रिया को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूर्ण किया जाए।
उल्लेखनीय है कि गत माह उपायुक्त ने फोरलेन परियोजना में कार्यरत निर्माण कंपनी को पीड़ित परिवार को 5.61 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति राशि उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए थे।
बैठक के दौरान फोरलेन निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की गई तथा अन्य प्रभावित परिवारों को समयबद्ध मुआवजा प्रदान करने पर बल दिया गया। इसके अतिरिक्त, क्षेत्र में स्थित असुरक्षित भवनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया को भी प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि फोरलेन निर्माण कार्य निर्धारित मानकों के अनुरूप हो। उन्होंने मिट्टी की डंपिंग केवल चिन्हित स्थलों पर करने के निर्देश दिए, ताकि पर्यावरणीय संतुलन न बिगड़े। उन्होंने यह भी कहा कि निजी भूमि पर अवैध डंपिंग करने वालों पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देगी, बल्कि इससे यातायात व्यवस्था बेहतर होगी, स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और आर्थिक गतिविधियों में भी इज़ाफा होगा।
बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) पंकज शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रत्न नेगी, नगर निगम शिमला के संयुक्त आयुक्त भुवन शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।