शिमला: आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नोगली के समीप खण्ड स्तरीय मेगा मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उदेश्य ग्लेशियर, बाढ़, भूस्खलन, आगजनी जैसे प्राकृतिक आपदा के समय जानमाल की सुरक्षा करने के लिए सम्बन्धित विभाग के कर्मचारियों को सक्षम बनाना है। इस मेगा मॉक एक्सरसाइज में एन.डी.आर.एफ., सी.आई.एस.एफ., आई.टी.बी.पी., अग्निशमन, स्वास्थ्य, हिमाचल पुलिस आदि विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया।
सतलुज में आई अचानक बाढ के कारण नोगली पाठशाला के भवन में फंसे पांच लोगो को सुरक्षित बाहर निकाल कर प्राथमिक उपचार दिया गया और उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया। एन.डी.आर.एफ. व सी.आई.एस.एफ. की टीम ने सतलुज नदी में बह रहे दो लोगों का भी बचाव कर अस्पताल पहुंचा गया।
कन्ट्रोल रूम से एन.डी.आर.एफ., सी.आई.एस.एफ. आई.टी.बी.पी., अग्निशमन, स्वास्थ्य व हिमाचल पुलिस को सूचित किया गया कि रामपुर क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नोगली के समीप सतलुज में आई अचानक बाढ़ से इस भवन में पांच लोगो के फंसे हुए है। कुछ ही क्षणों में संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी राहत व पुनर्वास कार्य के लिए तुरन्त घटना स्थल पर पहुंच गए और स्कूल भवन में फंसे पांच लोगो को भवन के छत से सुरक्षित निकाला गया।
इस अवसर पर कार्यवाहक उप-मण्डलाधिकारी (ना.) जय चन्द, एन.डी.आर.एफ. व सी.आई.एस.एफ के अधिकारियों ने स्कूल के बच्चों को प्राकृतिक आपदा के समय किस तरह अपने को बचाव करना है और साथ ही अन्य लोगों को बचाने के लिए किन-किन महत्वपूर्ण विभागों से सम्पर्क करना चाहिए इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी।
मेगा मॉक एक्सरसाइज कार्यवाहक उप-मण्डलाधिकारी एवं तहसीलदार रामपुर जयचन्द की अगुवाई में सम्पन्न हुआ और इस मेगा मॉक एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य भविष्य में कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो कम से कम नुकसान हो इसके बारे में प्रशिक्षित करना है ।