शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर सजे पुस्तक मेले में विभिन्न प्रकाशकों द्वारा प्रदर्शित पुस्तकों में बाल साहित्य की भरमार है। इन पुस्तकों में कविता, कहानी, बाल उपन्यास, महापुरुषों की प्रेरणादायक जीवनियां, ड्राइंग, रेखा चित्र, एनिमेशन, राइटिंग स्किल से संबंधित बाल साहित्य उपलब्ध है।
बच्चों की शिक्षा के लिए खिलौने और बुद्धि परीक्षण के लिए विभिन्न खेलों की सामग्री भी कुछ स्टॉल पर प्रदर्शनी में मौजूद है, जिसे बच्चे खूब पसंद कर रहे हैं। कुछ स्टॉल्स पर वाशेवल बाल साहित्य भी उपलब्ध है, जिसके पानी में भीगने के बाद भी खराब होने का कोई डर नहीं रहता है। इन वाशेवल पुस्तकों में भी लेखन सामग्री और बच्चों के पढ़ने योग्य सामाग्री मौजूद हैं।
पुस्तक मेले के दौरान बाल साहित्य के अंतर्गत बच्चों के पढ़ने योग्य पुस्तकों की मौजूदगी का विशेष ध्यान रखा गया है। बाल साहित्य के अंतर्गत अंग्रेजी और हिंदी दोनों ही भाषाओं में बेहतर साहित्य उपलब्ध है। वाणी प्रकाशन, राजकमल, निखिल प्रकाशन, नायर पब्लिकेशंस, प्रशासन संस्थान भारत सरकार आदि प्रकाशक के स्टॉल पर प्रयाप्त मात्रा में आकर्षक बाल साहित्य की उपस्थिति दर्ज हैं।
मेले में शिमला के स्थानीय शिक्षण संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों की उपस्थिति नहीं होना मेले की रौनक को जरूर कम कर रहा है। परंतु कुछ बच्चे और युवा अपने दोस्तों और माता-पिता के साथ जरूर मेले में पहुंच रहे हैं जिससे बाल साहित्य की विक्रय की उम्मीद बंधी है। और मेले की रौनक भी बढ़ने लगी है।