शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज एक प्रेस वक्तव्य में पूर्व भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश को आर्थिक अराजकता, उपेक्षा और लोगों के हितों को नजरअंदाज करने की विरासत दी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार को ‘डबल इंजन’ सरकार से 75,000 करोड़ रुपये का भारी कर्ज मिला, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हुई।
रोहित ठाकुर ने आरोप लगाया कि पूर्व सरकार ने शिक्षा क्षेत्र को नजरअंदाज किया, जिससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था खस्ताहाल हो गई। उन्होंने कहा कि 2021 के राष्ट्रीय सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था 3rd से गिरकर 21वें स्थान पर आ गई। कांग्रेस सरकार के तहत, 350 स्कूलों में शिक्षक नहीं थे और 12,000 से अधिक पद खाली थे।
शिक्षा मंत्री ने वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए सुधारों की सराहना की, जिसमें 850 संस्थानों को उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित किया गया, 15,000 पदों की भर्ती की जा रही है और 3,200 शिक्षक भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा, विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा, राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल, और डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना जैसी योजनाओं का उल्लेख किया।
उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस सरकार ने किसानों, बागवानों और दूध उत्पादकों के लिए कई योजनाओं को लागू किया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। वहीं, भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों को राज्य की जनता ने नाकाम कर दिया।