शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज विकास खंड जुब्बल के अंतर्गत विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण विकास और बुनियादी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार का लक्ष्य है कि हर पंचायत को आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाए ताकि जनता को पारदर्शी और प्रभावी सेवाएं प्राप्त हों।
मंत्री ने ग्राम पंचायत मांदल में पंचायत भवन की नींव रखी। यह भवन 1 करोड़ 14 लाख रुपये की लागत से निर्मित होगा। उन्होंने कहा कि यह भवन पंचायत स्तर पर प्रशासनिक कार्यों को सुचारु बनाएगा और आम जनता को बेहतर सेवाएँ प्रदान करेगा।
शिक्षा मंत्री ने जखोर में नव-निर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण भी किया। लगभग एक वर्ष में निर्मित यह भवन अब स्थानीय जनता के लिए सामाजिक, सांस्कृतिक एवं सार्वजनिक आयोजनों का प्रमुख स्थल बनेगा।
मंत्री ने रोहटान नालू से गांव रोहटान तथा जखोर नालू से गांव जखोर के लिए उठाऊ पेयजल योजनाओं का भूमि पूजन किया। पहली योजना 22 लाख और दूसरी 24 लाख रुपये की लागत से पूरी की जाएगी, जिनसे लगभग 550 से अधिक ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि दोनों परियोजनाओं को वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
ठाकुर ने घोषणा की कि रोहटान गांव में भी एक सामुदायिक भवन का निर्माण अगले वित्तीय वर्ष में आरंभ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में 15 से 20 सामुदायिक भवनों का कार्य प्रगति पर है।
मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में क्षेत्र में सड़कों का विस्तृत नेटवर्क बिछाया गया, जिससे किसानों और बागवानों को सीधा लाभ मिला। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 147 नई सड़कों को स्वीकृति मिली है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के चौथे चरण में विधानसभा क्षेत्र को 112 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं।
उन्होंने बताया कि चटनोल-दोगरी सड़क का उन्नयन 6 करोड़ 27 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा।
ठाकुर ने बताया कि हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से कई सड़कों को नुकसान पहुंचा था, लेकिन सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर मार्गों की त्वरित बहाली सुनिश्चित की ताकि सेब सीजन प्रभावित न हो। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्रदेश से लगभग 2 करोड़ 78 लाख पेटियां सेब मंडियों तक पहुंची हैं, जबकि एमआईएस योजना के तहत 99 हजार मीट्रिक टन सेब की खरीद की गई है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में साक्षरता दर अब 99.30 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, जो 1947 में मात्र 7 प्रतिशत थी। उन्होंने इसे डॉ. यशवंत परमार द्वारा रखी गई मजबूत नींव का परिणाम बताया।
उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में निरंतर सुधार और विस्तार के लिए सरकार समर्पित है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कई प्रमुख विकास कार्य प्रगति पर हैं —
-
टीचर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, जुब्बल – ₹17 करोड़ से निर्माणाधीन
-
सरस्वती नगर खेल मैदान – ₹1 करोड़ में पूर्ण
-
सरस्वती नगर महाविद्यालय – 7 नए पीजी कोर्स प्रारंभ
-
ऑडिटोरियम, बीबीए ब्लॉक और इनडोर स्टेडियम – स्वीकृत परियोजनाएँ
-
कोटखाई में केंद्रीय विद्यालय – स्वीकृति प्राप्त
-
पब्बर नदी से उठाऊ पेयजल योजना – ₹38 करोड़ की लागत से अंतिम चरण में
मंत्री ने कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है। सभी परियोजनाओं का लक्ष्य है कि जनता को सुविधा, पारदर्शिता और विकास के नए अवसर मिलें।




