शिमला में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विकास की बजाय बदले की भावना से राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस छोड़ चुके विधायकों और निर्दलीय विधायकों को सत्ता के बल पर प्रताड़ित किया जा रहा है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस रास्ते पर चल रहे हैं, न तो वह सही है और न ही उसका अंजाम अच्छा होगा। सत्ता का दुरुपयोग कर भाजपा विधायकों और सरकार के पक्ष में न लिखने वाले पत्रकारों को फंसाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने अधिकारियों और विभागों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे कानून की सीमाएं न लांघें।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि हमीरपुर विधायक आशीष शर्मा समेत कई भाजपा नेताओं के खिलाफ झूठे और मनगढ़ंत मामले दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवैध खनन जैसे मामलों में जहां माइनिंग विभाग की भूमिका होती है, वहां पुलिस स्वयं शिकायतकर्ता बनकर कार्रवाई कर रही है। कई विधायकों और उनके परिजनों को थानों में घंटों बैठाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
उन्होंने केएल ठाकुर, राजेंद्र राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, सुधीर शर्मा, चैतन्य शर्मा, देवेंद्र भुट्टो, रवि ठाकुर और अन्य नेताओं के मामलों का जिक्र करते हुए सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयां न तो हिमाचल की संस्कृति हैं और न ही यहां की परंपरा।
कांगड़ा कार्निवल को लेकर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चंदा वसूली के लिए पत्र जारी किया गया, लेकिन उसमें आधिकारिक खाता संख्या नहीं दी गई। उन्होंने इसे कैश वसूली का प्रयास बताते हुए इसकी पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग पर भी निशाना साधते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि विभाग भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार में लगा है और अधिकारियों को चेताया कि वे राजनीतिक सीमाएं न लांघें। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “डोंट क्रॉस द लिमिट।”
आपदा राहत के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जिन परिवारों ने आपदा में अपने परिजन खोए और जिनकी लाशें तक नहीं मिलीं, उन्हें आज थानों में बैठाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कार्रवाई में भी राजनीतिक हस्तक्षेप हो रहा है।
अवैध कटान और खनन के मामलों पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि बंजार और धर्मपुर में बड़े पैमाने पर अवैध कटान हुआ, लेकिन सत्ता समर्थित लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि भाजपा नेताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने चेतावनी दी कि बदले की भावना से की गई राजनीति का परिणाम न पहले अच्छा हुआ है और न आगे होगा, और सरकार को इस रास्ते से वापस लौटना चाहिए।





