नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर रोजगार के मुद्दे पर भ्रामक और झूठे दावे करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार अब सदन में भी तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है, जो न केवल लोकतंत्र का अपमान है, बल्कि प्रदेश के युवाओं के साथ भी अन्याय है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि एक साल पहले सरकार ने विधानसभा में दावा किया था कि 34,980 नौकरियां प्रदान की गई हैं, जबकि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने खुद यह संख्या घटाकर 23,191 बताई। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर एक साल में ये 11,000 नौकरियां कहां गायब हो गईं?
उन्होंने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सुक्खू सरकार सिर्फ झूठे दावों और खोखले वादों के सहारे चल रही है। सत्ता में आने से पहले युवाओं को लाखों नौकरियों का वादा किया गया था, लेकिन अब डेढ़ लाख से ज्यादा पद समाप्त कर दिए गए हैं और हजारों कर्मचारियों की नौकरियां छीनी गई हैं।
ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्रदेश में बेरोजगारी पर राजनीति हो रही है, जबकि युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के शब्दों की विश्वसनीयता खत्म होती जा रही है, और यह स्थिति प्रदेश के लिए अत्यंत चिंताजनक है।
इसके अलावा, नेता प्रतिपक्ष ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले की कड़ी निंदा की और इसे “शर्मनाक व निंदनीय” करार दिया। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ इस प्रकार की घटनाएं किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं हैं, और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।