जिला किन्नौर के निगुलसरी क्षेत्र में मिलेट्स यानी मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए ग्राम वन विकास समिति ने जाइका वानिकी परियोजना से सहयोग मांगा। मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने इस मांग को स्वीकृति दी और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। समिति ने दस से पंद्रह हेक्टेयर जमीन पर पौधरोपण की इच्छा जताई है।
औषधीय पौधों के लिए भूमि का सर्वेक्षण
मुख्य परियोजना निदेशक ने वन परिक्षेत्र अधिकारी भावनगर को निर्देश दिया कि नर्सरी के लिए अनुपयोगी क्षेत्रों की विस्तृत रिपोर्ट एक सप्ताह में तैयार करें, ताकि वहां औषधीय पौधों का रोपण हो सके। जाइका परियोजना के कार्यों के नियमित निरीक्षण के लिए समीर रस्तोगी किन्नौर दौरे पर रहते हैं।
वन परिक्षेत्र निचार में आउटलैट का उद्घाटन
समीर रस्तोगी ने वन परिक्षेत्र निचार के बरी में हिमट्रेडिशन ब्रांड के तहत प्राकृतिक उत्पादों और परिधानों की बिक्री के लिए एक आउटलैट का उद्घाटन किया। इस दौरान जागृति स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार यूनिफॉर्म की सराहना की, जो हिमट्रेडिशन ब्रांड की पब्लिसिटी करेगी। पौंडा में भी एक अन्य आउटलैट का शुभारंभ किया गया जहां स्थानीय उत्पादों की बिक्री होगी।
महिला स्वयं सहायता समूह की मांग पर कुल्लू एक्सपोजर विजिट का आश्वासन
बरी महिला स्वयं सहायता समूह ने मुख्य परियोजना निदेशक से कुल्लू एक्सपोजर विजिट की मांग की, जिसे समीर रस्तोगी ने नियमानुसार स्वीकृत करने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री को परियोजना गतिविधियों की जानकारी
किन्नौर महोत्सव के समापन पर समीर रस्तोगी ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को जाइका वानिकी परियोजना की गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह परियोजना राज्य के बाईस वन मंडलों में वन पारिस्थिति तंत्र प्रबंधन एवं आजीविका सुधार के लिए कार्यरत है।
आनी वन मंडल की समीक्षा बैठक
चार नवंबर को लुहरी में आयोजित समीक्षा बैठक में समीर रस्तोगी ने वन मंडल आनी के अधिकारियों से परियोजना की प्रगति पर चर्चा की और समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। सही कार्य न कर रहे स्वयं सहायता समूहों को मार्गदर्शन देने की बात भी कही।