हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने युवाओं से आह्वान किया है कि वे आधुनिकता की ओर अग्रसर होते हुए भी अपनी मूल संस्कृति से जुड़े रहें, ताकि प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत जीवित रह सके। वे कोटखाई उपमंडल के बाघी ग्राम पंचायत के अड़ियाला क्षेत्र में कोट काली माता मंदिर के नवनिर्मित भवन की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए और माता का आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के रूप में जाना जाता है, जहां हर गांव और हर पहाड़ी पर देवी-देवताओं का वास है। उन्होंने माता कोट काली, जो मूल रूप से किन्नौर के कामरू से संबंधित हैं और रामपुर, रोहड़ू तथा कोटखाई क्षेत्र की आराध्य देवी हैं, के नवनिर्मित मंदिर के लिए स्थानीय समुदाय को शुभकामनाएं दीं और क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।
रोहित ठाकुर ने मंदिर कमेटी व श्रद्धालुओं से मुलाकात कर क्षेत्र की सांस्कृतिक एकता और धार्मिक आस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन हमारी सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने सेब सीजन को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में सड़कों व अन्य सुविधाओं के दुरुस्त संचालन के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि बागवानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उनकी फसल समय पर मंडियों तक पहुंच सके।
इस पावन अवसर पर आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या में श्रद्धालु कार्यक्रम में उपस्थित रहे।