मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान ने आज शिमला में जारी एक प्रेस वक्तव्य में विपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की निजी विदेश यात्रा को लेकर की गई टिप्पणियों को निंदनीय और अमर्यादित बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अब सरकार के खिलाफ कोई ठोस जनहितैषी मुद्दा नहीं बचा है, जिस कारण वह मुख्यमंत्री के पारिवारिक दायित्वों पर राजनीतिक छींटाकशी कर रही है।
चौहान ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री न केवल प्रदेश के मुखिया हैं, बल्कि एक पिता के रूप में भी उनकी जिम्मेदारियाँ हैं। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री अपनी बेटी के उच्च शिक्षा में दाखिले के लिए परिवार सहित विदेश की निजी यात्रा पर गए हैं, और इस पर गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी करना विपक्ष के बौद्धिक और नैतिक पतन का प्रतीक है।”
उन्होंने कहा कि विपक्ष की यह निजी जीवन पर टिप्पणी करने की प्रवृत्ति यह दर्शाती है कि भाजपा अब ट्रोल आर्मी की भूमिका तक सीमित रह गई है और संवैधानिक रूप से जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाने में असफल हो रही है।
नरेश चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने अढ़ाई वर्षों के अल्पकाल में सतत विकास, आत्मनिर्भरता, रोज़गार सृजन, पारदर्शिता, और आर्थिक सुदृढ़ीकरण जैसे क्षेत्रों में व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं, जिससे प्रदेशवासियों का व्यापक समर्थन मिला है। यही कारण है कि विपक्ष मुख्यमंत्री की लोकप्रियता से घबराया हुआ है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा भीतरुं संघर्षों से जूझ रही है और पांच गुटों में बंट चुकी है, जिससे उसका जनसंपर्क टूट चुका है। यदि विपक्ष धरातल पर जाकर लोगों से बात करे, तो वह समझ सकेगा कि सरकार की योजनाएं जनता के जीवन में वास्तविक परिवर्तन ला रही हैं।