हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित “समर्थ-2025” अभियान के अंतर्गत प्रदेशभर में लोगों को आपदा प्रबंधन और जोखिम न्यूनीकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान में सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सहयोग से कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटक और गीत-संगीत के माध्यम से आपदा से जुड़ी जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जा रही है।
इस क्रम में आज विभिन्न क्षेत्रों में नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया गया, जिसमें हिम आधार कला मंच नालदेहरा, पूजा कला मंच शगीन, शिव कल्चरल ट्रूप हलोग धामी, सुरधानी कला केंद्र टूटू, जय देव कुर्गण कला मंच मढोड घाट, त्रिमूर्ति रंग मंच तारा देवी, दि बिगर्नस नवबहार, वंदना कला रंग मंच शगीन, भगवती सांस्कृतिक मंडल चौपाल, स्वर साधना कला संस्था पधोग, शिव रंजनी सांस्कृतिक दल बलग, और जयश्वरी लोक नृत्य कला मंच ठियोग जैसे सांस्कृतिक दलों ने सहभागिता की।
इन नाटकों के माध्यम से कलाकारों ने भूकंप, भूस्खलन, बाढ़, अग्निकांड जैसी आपदाओं में होने वाले नुकसान, सुरक्षा के उपायों और आपदा के समय अपनाई जाने वाली सावधानियों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। कई प्रस्तुतियों में उन्होंने आपदा में अपनों को खोने के दर्द को भावनात्मक रूप से उजागर कर लोगों को गहराई से सोचने पर मजबूर कर दिया।
कलाकारों ने जनता को भूकंप की तैयारी, सुरक्षा उपाय, और आपदा के दौरान आवश्यक हेल्पलाइन नंबर जैसे 108, 101, 100 और 1077 की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समय पर चेतावनी, सामुदायिक सहयोग और सही प्रशिक्षण से आपदाओं के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
इन प्रस्तुतियों में प्रगति नगर, ज्यूरी बस अड्डा, किंगल बाजार, कलबोग, रामपुर, नेरवा, आईटीआई जुबल, सीमा कॉलेज रोहड़ू जैसे स्थानों पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। जन प्रतिनिधियों जैसे प्रधान राजेंद्र, उपप्रधान अरुण शर्मा, नायब तहसीलदार प्रेमचंद पेनाइक, और नगर पंचायत अध्यक्ष वनिता देवी सहित अन्य अधिकारियों की भी सक्रिय भागीदारी रही।
समर्थ-2025 अभियान लोगों को सिर्फ आपदा के बारे में जानकारी नहीं दे रहा, बल्कि उन्हें सजग, प्रशिक्षित और तैयार नागरिक बनाने की दिशा में सार्थक कदम उठा रहा है।