नेहरु युवा केंद्र शिमला, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा आज दिनांक 26 नवम्बर 2022 को संविधान दिवस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि संकाय के सम्मेलन हॉल में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हि० प्र० विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता अध्ययन कुलभूषण चंदेल जी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर नेहरू युवा केंद्र संगठन हिमाचल प्रदेश के राज्य निदेशक सैमसन मसीह, अधिष्ठाता विधि संकाय प्रोफेसर संजय सिंधु जी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित पंजाब विश्वविद्यालय से मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर श्री रत्तन सिंह जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना पढ़ कर की गई। इसके उपरांत राज्य निदेशक सैमसन मसीह जी ने उपस्थित सभी अतिथियों एवं युवाओं का स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने युवाओं को संबोधित करते हुए युवाओं को संविधान कि महत्त्वता के बारे में समझाया।
उन्होंने युवाओं को बताया कि कैसे हमारे देश की संविधान सभा ने डा० भीम राव अंबेडकर जी की अध्यक्षता में निरंतर 2 वर्ष 11 माह 18 दिन तक लगातार मेहनत कर के इस देश को विश्व का सबसे बड़ा एवं महान संविधान अर्पित किया। उन्होंने युवाओं को कहा कि जिस दिन देश का हर नागरिक व्यक्तिगत चरित्र से ऊपर उठकर राष्ट्रीय चरित्र को अपना लेगा उस दिन देश में संविधान की सार्थकता सिद्ध हो जाएगी। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे प्रोफेसर रतन सिंह जी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान हमारे लोकतंत्र का एक अभिन्न अंग है। उन्होंने युवाओं को संविधान की महता के बारे में बताया की किस प्रकार से स्वतंत्रता के पश्चात देश को एक सूत्र में बांध के रखने के लिए एक संविधान की आवश्यकता थी, उस समय संविधान सभा के सामने क्या क्या बाधाएँ आयी तथा सभा ने उन बाधाओं से ऊपर उठकर देश को विश्व का सबसे बड़ा एवं सबसे महान संविधान अर्पित किया। इस कार्यक्रम का संचालन प्रोफ़ेसर रूना के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में नेहरू युवा केंद्र शिमला की ज़िला युवा अधिकारी मनीषा शर्मा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथिगणों, युवाओं तथा विश्वविद्यालय के सभी प्रोफेसर, सहयोगी स्टाफ का इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद किया। यह जानकारी प्रेस को नेहरू युवा केंद्र शिमला की ज़िला युवा अधिकारी मनीषा शर्मा ने प्रेस को दी।