हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित ‘समर्थ-2025’ अभियान के तहत प्रदेश भर में लोगों को आपदा जोखिम न्यूनीकरण (Disaster Risk Reduction) के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस जन-जागरूकता पहल में सूचना एवं जन संपर्क विभाग के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटकों और गीत-संगीत के माध्यम से आमजन को आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी।
जागरूकता गतिविधियों के अंतर्गत हिम आधार कला मंच, पूजा कला मंच, शिव कल्चरल ट्रूप, सुरधानी कला केन्द्र, जय देव कुर्गण कला मंच, त्रिमूर्ति रंग मंच, दि बिगर्नस, वंदना कला रंग मंच, भगवती सांस्कृतिक मंडल, स्वर साधना कला संस्था, शिव रंजनी सांस्कृतिक दल और जयश्वरी लोक नृत्य कला मंच के कलाकारों ने शिमला जिले के विभिन्न बाजारों, कॉलेजों, स्कूलों और बस स्टैंडों पर कार्यक्रम आयोजित किए।
इन नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भूकंप, भूस्खलन, बाढ़ और आगजनी जैसी आपदाओं से बचाव की जानकारी दी गई। कलाकारों ने दर्शकों को बताया कि किसी भी आपात स्थिति में मूलभूत सुविधाएं बाधित हो सकती हैं। ऐसे में एक ‘आपदा आपूर्ति किट’ (Disaster Supply Kit) का पूर्व तैयारी से तैयार होना जरूरी है।
इस किट में 72 घंटे तक की अवधि के लिए आवश्यक वस्तुएं जैसे कि — पेयजल, प्राथमिक उपचार सामग्री, टॉर्च, रेडियो, दवाएं, सूखा खाद्य पदार्थ, मोबाइल चार्जर, छाता, सीटी, साबुन, टॉयलेट पेपर आदि शामिल हों। उन्होंने बताया कि यह किट जलरोधक होनी चाहिए और घर में ऐसी जगह रखी जाए, जहां से आपातकालीन समय में तुरंत ले जाया जा सके।
इस कार्यक्रम ने न केवल आपदा के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाया, बल्कि समुदाय में लचीलापन विकसित करने के महत्व को भी रेखांकित किया।