August 12, 2025

प्रदेश में एलाइड साइंस के लिए नया कॉलेज प्रस्तावित

Date:

Share post:

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल ने कहा कि राज्य सरकार एलाइड साइंस के लिए अलग कॉलेज की स्थापना को लेकर गंभीरता से विचार कर रही है और यह मामला जल्द ही कैबिनेट में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव विकल्प तलाश रही है ताकि प्रदेश के छात्रों को इन पाठ्यक्रमों के लिए बाहर न जाना पड़े और उन्हें राज्य में ही बेहतर शिक्षा मिल सके।

डॉ. शांडिल शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) के अटल सभागार में टांडा और आईजीएमसी मेडिकल कॉलेज के टेक्नोलॉजी स्टूडेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित सांस्कृतिक एवं साहित्यिक महोत्सव ‘इन्फ्यूजन 2025’ में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं में अपार प्रतिभा है, उन्हें केवल सही मंच की आवश्यकता होती है। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की उन्होंने सराहना की और कहा कि आज के युवा वैश्विक स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।

उन्होंने जानकारी दी कि आईजीएमसी शिमला में बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग, एनेस्थीसिया और ऑपरेशन थिएटर तकनीक जैसे पाठ्यक्रमों में सीटें 10 से बढ़ाकर 50 कर दी गई हैं, जबकि टांडा मेडिकल कॉलेज में भी यही संख्या 18 से बढ़ाकर 50 की गई है। इससे प्रदेश में गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ होंगी और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के संचालन हेतु प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध होगा।

मुख्यातिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और विधायक निधि से कार्यक्रम के लिए ₹1 लाख देने की घोषणा की। समारोह में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों को दर्शकों ने खूब सराहा।

अपने संबोधन में मंत्री ने युवाओं से पर्यावरण की रक्षा में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि केवल पौधे लगाना ही नहीं, बल्कि उनकी देखभाल कर उन्हें पेड़ बनाना भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने वर्तमान में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं को मानवजनित कारणों से जोड़ते हुए कहा कि हमें अपने पर्यावरण के प्रति सजग रहना होगा।

डॉ. शांडिल ने युवाओं से नशे से दूर रहने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशाखोरी बढ़ रही है, जिसे रोकने के लिए सरकार ने सख्त कानून बनाए हैं और नशा तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। नशे के खिलाफ सरकार की मुहिम में युवाओं की भागीदारी बेहद आवश्यक है।

इस अवसर पर आईजीएमसी की प्रधानाचार्य डॉ. सीता ठाकुर, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव, अतिरिक्त निदेशक नीरज कुमार गुप्ता, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. परवीन एस. भाटिया, स्टाफ एडवाइजर अनुपम जोगटा, डॉ. एस. एस. सोढ़ी, डॉ. डी. डी. गुप्ता सहित कई अधिकारी एवं टेक्नोलॉजी स्टूडेंट एसोसिएशन के छात्र प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पर भड़के अग्निहोत्री, बोले – सच से डर रही है सरकार

Daily News Bulletin

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

First Robotic Surgery Performed at AIMSS Chamiyana

The State of Himachal Pradesh has achieved a significant milestone in the healthcare sector as the Atal Institute...

तीन बच्चों के अपहरण से दहशत, विपक्ष ने घेरा सरकार

नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में रक्षाबंधन के दिन तीन स्कूली छात्रों के अपहरण...

जनहित योजनाओं में पारदर्शिता जरूरी: उपायुक्त

उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने जिले के सभी खंड विकास अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में जनहित...

वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पर भड़के अग्निहोत्री, बोले – सच से डर रही है सरकार

हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने का गंभीर आरोप...