स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल ने कहा कि राज्य सरकार एलाइड साइंस के लिए अलग कॉलेज की स्थापना को लेकर गंभीरता से विचार कर रही है और यह मामला जल्द ही कैबिनेट में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव विकल्प तलाश रही है ताकि प्रदेश के छात्रों को इन पाठ्यक्रमों के लिए बाहर न जाना पड़े और उन्हें राज्य में ही बेहतर शिक्षा मिल सके।
डॉ. शांडिल शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) के अटल सभागार में टांडा और आईजीएमसी मेडिकल कॉलेज के टेक्नोलॉजी स्टूडेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित सांस्कृतिक एवं साहित्यिक महोत्सव ‘इन्फ्यूजन 2025’ में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं में अपार प्रतिभा है, उन्हें केवल सही मंच की आवश्यकता होती है। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की उन्होंने सराहना की और कहा कि आज के युवा वैश्विक स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि आईजीएमसी शिमला में बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग, एनेस्थीसिया और ऑपरेशन थिएटर तकनीक जैसे पाठ्यक्रमों में सीटें 10 से बढ़ाकर 50 कर दी गई हैं, जबकि टांडा मेडिकल कॉलेज में भी यही संख्या 18 से बढ़ाकर 50 की गई है। इससे प्रदेश में गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ होंगी और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के संचालन हेतु प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध होगा।
मुख्यातिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और विधायक निधि से कार्यक्रम के लिए ₹1 लाख देने की घोषणा की। समारोह में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों को दर्शकों ने खूब सराहा।
अपने संबोधन में मंत्री ने युवाओं से पर्यावरण की रक्षा में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि केवल पौधे लगाना ही नहीं, बल्कि उनकी देखभाल कर उन्हें पेड़ बनाना भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने वर्तमान में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं को मानवजनित कारणों से जोड़ते हुए कहा कि हमें अपने पर्यावरण के प्रति सजग रहना होगा।
डॉ. शांडिल ने युवाओं से नशे से दूर रहने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशाखोरी बढ़ रही है, जिसे रोकने के लिए सरकार ने सख्त कानून बनाए हैं और नशा तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। नशे के खिलाफ सरकार की मुहिम में युवाओं की भागीदारी बेहद आवश्यक है।
इस अवसर पर आईजीएमसी की प्रधानाचार्य डॉ. सीता ठाकुर, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव, अतिरिक्त निदेशक नीरज कुमार गुप्ता, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. परवीन एस. भाटिया, स्टाफ एडवाइजर अनुपम जोगटा, डॉ. एस. एस. सोढ़ी, डॉ. डी. डी. गुप्ता सहित कई अधिकारी एवं टेक्नोलॉजी स्टूडेंट एसोसिएशन के छात्र प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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