राज्य सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए खेल और शिक्षा के क्षेत्र में लगातार निवेश कर रही है। यह बात शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने चौपाल में आयोजित 66वीं राज्य स्तरीय अंडर-19 बालिका खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि खेल केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और टीम भावना को मजबूत करने का सशक्त जरिया हैं।
समारोह में उन्होंने विभिन्न जिलों से आई बालिका टीमों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि हर प्रतिभाशाली छात्रा को आगे बढ़ने के समान अवसर मिलें। प्रतियोगिता में प्रदेश के 12 जिलों से 583 छात्राओं ने भाग लिया और 107 छात्राओं का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हुआ, जो इस आयोजन की सफलता और खिलाड़ियों की प्रतिभा का प्रमाण है।
शिक्षा मंत्री ने प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीमों और खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया। उन्होंने बताया कि वॉलीबॉल, कबड्डी, खो-खो, कुराश और ठोड़ा जैसे पारंपरिक और आधुनिक खेलों को शामिल कर छात्राओं को बहुआयामी अवसर प्रदान किए गए। जिला सोलन को ऑलराउंडर विजेता घोषित किया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। मंत्री ने नेरवा के वीर चक्र शहीद श्याम सिंह भिक्टा स्कूल में ₹2.53 करोड़ की लागत से बहुउद्देशीय भवन का शिलान्यास किया। वहीं, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खद्दर में ₹30 लाख की लागत से नए भवन की आधारशिला भी रखी गई, जिसमें स्थानीय जनता ने भी ₹16 लाख का योगदान दिया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि पहले चरण में प्रदेश के 100 स्कूलों को CBSE के अंतर्गत लाया जा रहा है, जिनमें नेरवा विद्यालय भी शामिल है।
इसके अलावा, मंत्री ने प्रदेश में सेब सीजन की प्रगति की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक 2.70 करोड़ सेब पेटियां मंडियों तक पहुंचाई जा चुकी हैं और 94 हजार मीट्रिक टन सेब की खरीद हो चुकी है, जो पिछले साल के मुकाबले दोगुनी है। इससे राज्य के बागवानों को आर्थिक लाभ मिला है।
कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव रजनीश किमटा, फूड कमीशन अध्यक्ष डॉ. एस.पी. कत्याल, वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि, स्थानीय शिक्षक और गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे। मंत्री ने क्षेत्र की अन्य समस्याएं भी सुनीं और त्वरित समाधान का आश्वासन दिया।