राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे कर लिए। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रपति भवन और प्रेसीडेंट्स एस्टेट में कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की, जो समावेशिता, तकनीकी सुलभता और सतत विकास के संदेश को आगे बढ़ाती हैं।
राष्ट्रपति भवन को अब दिव्यांगजनों के अनुकूल परिसर घोषित किया गया है, जिसमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान की 50 अनुशंसाएं लागू की गईं। अमृत उद्यान और संग्रहालय सहित पूरे परिसर को अब विशेष आवश्यकता वाले नागरिकों के लिए सुलभ बनाया गया है।
राष्ट्रपति भवन की आधिकारिक वेबसाइट अब 22 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे देश के विविध क्षेत्रों के नागरिकों को सीधे जुड़ने में सुविधा होगी। इसके अलावा, नवीन आगंतुक सुविधाएं, कैफेटेरिया, स्वागत कक्ष, स्मारिका दुकानें और पुनर्निर्मित जिम का उद्घाटन भी प्रेसीडेंट्स एस्टेट में किया गया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने ‘ई-उपहार सीजन 2’ का शुभारंभ भी किया, जिसमें 250 से अधिक उपहारों की नीलामी की जाएगी और इससे प्राप्त आय बच्चों के कल्याण पर खर्च की जाएगी। उन्होंने अपने कार्यकाल के पिछले वर्ष की प्रमुख झलकियों को संकलित करती ई-बुक का विमोचन भी किया।
साथ ही, राष्ट्रपति भवन को मार्च 2027 तक ‘नेट जीरो’ परिसर बनाने की दिशा में पहल की गई है। राष्ट्रपति ने कहा कि बीते तीन वर्षों में लिए गए निर्णयों ने राष्ट्रपति भवन को आम नागरिकों से और अधिक जोड़ा है। उन्होंने यह भी दोहराया कि भविष्य में समाज के सभी वर्गों, विशेषकर वंचितों और पिछड़ों को राष्ट्रीय विकास में भागीदार बनाने के लिए और भी पहलें की जाएंगी।