भारत को कुपोषण से मुक्त करने के लिए वर्ष 2018 में पोषण अभियान की शुरुआत की गई। इसके तहत वर्ष 2018 से हर वर्ष सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। इसके साथ ही 1 सितंबर 2022 से 7 सितंबर 2022 तक प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत मातृ वंदना सप्ताह का आयोजन भी किया जा रहा है।यह जानकारी उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने दी। उन्होंने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय पोषण माह पूरे जिला में सभी विभागों के अभिसरण से मनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि सभी विभागों को केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी, शिमला के माध्यम से साझा किये जा चुके हैं। इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण माह का विषय महिला और स्वास्थ्य, बच्चा और शिक्षा-पोषण भी पढ़ाई भी, लिंग संवेदनशील जल संरक्षण, जनजातीय क्षेत्रों में महिला और बच्चों को पारम्परिक भोजन है।
इस वर्ष इन चार बिन्दुओं पर जिला शिमला में जिला स्तर, खण्ड स्तर, पंचायत स्तर, वृत स्तर व आंगनवाड़ी स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा तथा जिला शिमला के हर गांव में पोषण पंचायत को सक्रिय किया जाएगा ताकि पोषण अभियान को एक जन आंदोलन का रूप दिया जा सके और देश को कुपोषण के कुचक्र से बाहर ला कर एक स्वस्थ भारत का निर्माण किया जा सके। उन्होंने बताया कि सभी विभागों को इस योजना के सप्त स्तंभों को ध्यान में रखते हुए ज़मीनी स्तर पर कार्यानवित करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिये जा चुके हैं। साथ ही इस माह से हर माह की 1 और 15 तारीख को सामुदायिक आधारित गतिविधियों का आयोजन ज़िला की सभी 2154 आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया जाएगा, जिसमें बच्चों की वृद्धि निगरानी, सांस्कृतिक गतिविधियों का आदान-प्रदान, संस्कार समारोह का आयोजन व अन्य सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मातृवंदना सप्ताह के विषय में इस सप्ताह प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के तहत आंगनवाड़ी केन्द्रों में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा ताकि इस योजना का लाभ जिला के हर एक पात्र लाभार्थी को मिल सके।