हम अपनी जीवन की यात्रा में अनेक किरदार निभाते हैं, कहीं बेटे या बेटी के रूप में, तो कहीं मां-बाप, पति-पत्नी, कर्मचारी या मालिक, एक जिम्मेदार नागरिक और ऐसे अनेक सामाजिक संबधों के रूप में। लेकिन इन सभी भूमिकाओं को निभाते निभाते हम अक्सर अपने भीतर के उस मौलिक प्रश्न को अनदेखा कर देते हैं कि मैं वास्तव में कौन हूँ?
इसी गूढ़ प्रश्न के उत्तर की खोज हेतु संत निरंकारी मिशन द्वारा दो दिवसीय वननेस टॉक अर्थात् संवाद-एकत्व का, श्रृंखला के रूप में 23 से 24 मई 2025, शुक्रवार और शनिवार की सांय 6:00 से गेयटी थिएटर, शिमला में भव्य रूप में आयोजित किया जा रहा है जिसका उद्देश्य इस आत्मिक श्रृंखला का उद्देश्य है एक साथ मिलकर आत्ममंथन करना और उस मौन प्रश्न की खोज करना जो भीतर की चेतना को जागृत करता है कि मैं कौन हूँ? यह संवाद एक अवसर है उस आंतरिक यात्रा को आरंभ करने का, जहाँ हमारी असली पहचान बाहरी रूपों में नहीं, बल्कि आत्मा के भीतर निवास करती है।
वननेस टॉक कोई सामान्य वार्ता नहीं, बल्कि एक भावपूर्ण चिंतन को समर्पित एक आत्मिक संवाद है जहां केवल शब्दों की नहीं बल्कि अनुभूति की भाषा होगी, जहां श्रोता स्वयं को नए दृष्टिकोण से देखेंगे, भीतर के मौन को सुनेंगे और जीवन की सरलता को अनुभव करेंगे। यह आयोजन विशेष रूप से उन सभी आत्मिक जिज्ञासुओं के लिए है जो भागदौड़ भरे जीवन में कुछ पल अपने भीतर की ओर देखना चाहते हैं। यह कार्यक्रम सभी आयु वर्ग, पृष्ठभूमि और विश्वास रखने वाले व्यक्तियों के लिए निःशुल्क एवं सुलभ है।
शिमला के जोनल इंचार्ज आदरणीय कैप्टन निमरत प्रीत सिंह भुल्लर जी ने सभी श्रद्धालुओं, आत्म-साधकों और जिज्ञासु आत्माओं को सादर आमंत्रित किया कि आइए, हम सभी मिलकर उस मौन प्रश्न की ओर बढ़ें जो हमारे जीवन की गहराई को स्पर्श करता है कि मैं कौन हूँ? यह एक ऐसा आत्मिक अवसर है, जहाँ हम भीतर झांकने, स्वयं को समझने और अपनी वास्तविक पहचान को जानने का प्रयास कर सकते हैं। इस जीवनदायिनी संवाद में सहभागी बनें और आत्मचेतना की उस यात्रा पर अग्रसर हों, जहाँ हमें उत्तर मिल सकता है कि मैं वास्तव में कौन हूँ।