कीकली रिपोर्टर, 26 अक्टूबर, 2018, शिमला
बच्चों में संस्कारयुक्त और ज्ञानयुक्त शिक्षा प्रदान करने की आवश्यकता है, जिसके लिए निजी स्कूल भी प्रदेश में शिक्षा के प्रसार और विस्तार के लिए सहयोग प्रदान कर रहे हैं। यह विचार आज शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने लक्कड़ बाजार स्थित सैपलिंग स्कूल के वार्षिक पारितोषिक कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को उभारने में अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सैपलिंग स्कूल के नन्हें बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि सैपलिंग स्कूल में बच्चों को व्यवहारिक और संस्कारित ज्ञान प्रदान किया जाता है, जो अति सराहनीय है। उन्होंने स्कूल प्रबंधन द्वारा की गई तैयारियों पर प्रसन्नता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में भी नर्सरी, के जी कक्षाएं आरंभ की गई हैं, ताकि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों के सकारात्मक कार्यों को सरकारी स्कूलों में भी अपनाया जाएगा, ताकि सरकारी स्कूल निजी स्कूलों की प्रतिस्पर्धा में आ सके। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए स्कूल को 31 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।
उन्होंने विद्यालय का अवलोकन किया और कक्षाओं में छात्रों दी जाने वाली सुविधाओं की प्रशंसा की।
उन्होंने अराध्या को प्राईड ऑफ़ सैपलिंग, अराना को बैस्ट टिफिन ऐवार्ड ऑफ़ रेगुलरिटी व यानवी को स्पोर्टस पर्सन ऑफ़ इयर का पुरस्कार प्रदान किया।
सोनिया, जागरन, विहान, विहास, अराध्या, अराना, संस्कृति, अमाया, गुरप्रीत, हर्ष, आदविक, प्रणव, अचिन्तया, याहनवी, मायरा, रूही, रियांश, दर्शिल, अनायशा एवं शुभम ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
सैपलिंग स्कूल की प्रधानाचार्य कुसुम कठियाला ने अपने संबोधन में नन्हें बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए स्कूल की भूमिका तथा विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी।