शेमरोक रोजेस स्कूल कच्ची घाटी ने स्कूल परिसर में दीपावली बड़े धूमधाम के साथ मनाई स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी ने कहा, दीपावली हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है जिसे सभी धर्मों के लोग बहुत ही धूमधाम से मिलजुल कर मनाते हैं। दीपावली का त्यौहार भगवान राम के वापस लौटने की खुशी में मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम 14 साल का वनवास पूरा करने के बाद अयोध्या वापस लौटे थे। भगवान श्री राम के घर वापस लौटने की खुशी में अयोध्या वासियों ने पूरी अयोध्या नगरी को दीपक जला कर स्वागत किया था। दिवाली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई का प्रतीक माना जाता है। तभी से हर साल इस दिन को बहुत ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
दिवाली के त्यौहार को प्रकाश का महोत्सव भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि दिवाली का पर्व हर साल अक्टूबर व नवंबर कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। दिवाली से कुछ दिन पहले ही सभी लोग अपने घरों में साफ-सफाई, रंग, रोगन आदि करना शुरू कर देते हैं। सभी लोग दिवाली के दिन अपने कार्यालय, घर में सजावट करते हैं। इस दिन सभी दफ्तर स्कूल आदि की छुट्टी होती है। स्कूलों में दिवाली के शुभ अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है। वही शेमरोक रोजेस स्कूल में बच्चों ने दिवाली बड़े धूमधाम के साथ मनाई। वही बच्चों ने फुलझड़ी ,अनार ,बम, पटाखे, फोड़े व सभी बच्चों ने मिठाइयां बांटी तथा प्रीति चुट्टानी ने कहा कि हमें अधिक पटाखे नहीं फोड़ने हैं ताकि पर्यावरण प्रदूषित ना हो।